राजस्थान चुनाव: राज्य में पिछली बार से कम हुआ मतदान, लेकिन इस बार काफी कुछ हुआ नया

जयपुर: राजस्थान और तेलंगाना में शुक्रवार को मतदान पूर्ण होने के साथ ही पांच राज्यों में चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया.  एग्जिट पोल और सटोरियों के तमाम कयासों के बीच अब सबको 11 दिसंबर का इंतज़ार है, जब ईवीएम खुलेंगी और मतगणना कर नतीजे घोषित किए जाएंगे. राजस्थान विधानसभा चुनाव में वोटिंग भले ही पिछली बार से लगभग एक फीसदी कम रहा हो, लेकिन राज्य के कुछ इलाकों में मतदान  का रिकॉर्ड बना है. जैसलमेर जिले के पोखरण में रिकॉर्ड 87.03 फीसदी मतदान दर्ज किया गया. वहीं पाली के सुमेरपुर में सबसे कम 59.97 फीसदी वोटिंग हुई. श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ में भी शानदार मतदान हुआ.

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विश्लेषकों के अनुसार, राज्य की 200 सीटों में भाजपा और कांग्रेस के बीच 130 सीटों पर सीधी टक्कर है, जबकि बाकी 69 सीटों पर त्रिकोणीय या चतुष्कोणीय मुकाबला है. वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने राजस्थान में 163 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस मात्र 21 सीटों पर सिमट गई थी. राज्य में 51 हजार 687 में से 13,382 मतदान केंद्र संवेदनशील श्रेणी में आते हैं, राज्य में सीआरपीएफ समेत 1.44 लाख सुरक्षा कर्मियों को चुनावी ड्यूटी के तहत तैनात किया गया था.

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साथ ही कई महिला मतदान केंद्रों पर भी महिला कर्मचारियों को तैनात किया गया था,  चुनाव आयोग ने राजस्थान में पहली बार महिला मतदान केंद्रों की अनूठी पहल की थी.  इन मतदान केंद्रों पर सभी कर्मचारी व सुरक्षाकर्मी भी महिलाएं ही थीं. अकेले जयपुर जिले में ऐसे 50 महिला मतदान केंद्र बनाए गए थे.  पूरे राज्य में ऐसे 259 महिला मतदान केंद्र थे. 

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