जयपुर: राजस्थान के जालोर ज़िले में तीन दिन पहले अपहरण किए गए मार्बल व्यवसायी ने किडनैपर्स के चंगुल से छूटने के बाद पुलिस को बताया है कि उन्हें अगवा करने में राजस्थान के वन मंत्री सुखराम विश्नोई के बेटे भूपेंद्र विश्नोई का भी हाथ था. चितलवाना के मार्बल व्यवसायी प्रकाश विश्नोई का तीन दिन पहले शहर के नयामोड़ से किडनैप कर लिया गया था. वह हरियाणा में किडनैपर्स को चकमा देकर जालौर पहुंचा और ASP कार्यालय में मौजूद होकर कहा कि उसके अपहरण की साज़िश में राजस्थान के वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम विश्नोई के बेटे डॉक्टर भूपेंद्र बिश्नोई का भी हाथ था. किडनैपर्स ने मंत्री पुत्र से फ़ोन पर बात करायी थी और उन्होंने कहा था कि 50 लाख रुपये दो हम तुम्हे छोड़ देंगे. पीड़ित प्रकाश विश्नोई के शरीर पर गंभीर चोट के निशान पाए गए हैं. पीड़ित ने पुलिस को किडनैप करने वाले हिस्ट्रीशीटर प्रकाश,जगदीश गोदारा ,राजूराम ,सोहनलाल ,दलपत सिंह, भूपेन्द्र पूनिया और भजनलाल का नाम बताया है. पीड़ित ने बताया है कि अपहरण करने के बाद उसे हरियाणा ले जाया गया था और तीनों रोज रात को जगह बदलते थे और बुरी तरह से पीटते थे .17 जुलाई को पीड़ित के भाई ने सांचौर थाने में शिकायत दी थी कि उसका भाई प्रकाश शादी समारोह के लिए निकला था, किन्तु रास्ते में उसका अपहरण हो गया और किडनैपर्स उनसे फिरौती मांग रहे हैं. इस आरोप के बाद राजस्थान के वन मंत्री सुखराम विश्नोई ने कहा है कि मेरे पुत्र पर सियासी साज़िश के तहत इल्जाम लगाए जा रहे हैं. वहीं, जालौर के ASP अनुकृति उज्जैनिया का कहना है कि पीड़ित का बयान ले लिया गया है और तफ्तीश जारी है. मेघालय पुलिस ने हाइनीवट्रेप नेशनल लिबरेशन काउंसिल (HNLC) के दो कार्यकर्ताओं को किया गिरफ्तार जानिए कौन हैं शाजिया इल्मी ? जिन्हे भाजपा ने सौंपी बड़ी जिम्मेदारी मारुति सुजुकी ने भारत के ग्रामीण बाजारों में 50 लाख की संचयी बिक्री का लैंडमार्क किया पार