जयपुर: राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने अलवर जिले के राजगढ़ अनुमंडल दंडाधिकारी (SDM) केशव कुमार मीणा, राजगढ़ नगर पालिका बोर्ड के प्रमुख सतीश दुहरिया और स्थानीय नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी (EO) बनवारी लाल मीणा को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। बुलडोजर से मंदिर ध्वस्त किए जाने के बाद इन अधिकारियों की भूमिका पर लगातार सवाल खड़े हो रहे थे। SDM और EO के खिलाफ शिकायत भी की गई थी। महंत प्रकाश दास ने राजगढ़ SDM केशव कुमार मीणा और स्थानीय नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी (EO) बनवारी लाल मीणा के खिलाफ शिकायत दी थी। इसमें धार्मिक भावनाओं को आहत करने और अधिकारियों द्वारा मंदिर परिसर में जूते पहनकर प्रवेश करने का इल्जाम लगाया था। साथ ही मूर्तियों को ड्रिल मशीन और हथौड़े से भी तोड़ने की भी बात कही गई थी। मंदिर तोड़े जाने में अधिकारियों के साथ ही कांग्रेस MLA की भूमिका पर भी सवाल खड़े हुए थे। ब्रज विकास परिषद ने मामले में शिकायत करते हुए SDM और EO के साथ ही कांग्रेस के स्थानीय MLA जौहरी लाल मीणा को भी आरोपी बनाया गया था। बृज विकास परिषद के प्रमुख और शिकायतकर्ता पंकज गुप्ता ने मीडिया से बात करते हुए बताया था कि इस घटना के मुख्य जिम्मेदार कांग्रेस विधायक जौहरीलाल मीणा ही है। उनका और उनके बेटे का आपराधिक इतिहास रहा है। भाजपा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने भी मंदिर तोड़े जाने के लिए जौहरी लाल मीणा को जिम्मेदार ठहराया था। किन्तु राज्य की कांग्रेस सरकार ने अब तक अपने MLA के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। बता दें कि राजस्थान के अलवर जिले के राजगढ़ में 300 वर्ष प्राचीन हिंदू मंदिर को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया था। मास्टर प्लान का हवाला देते हुए नगरपालिका प्रशासन ने तथाकथित 35 अतिक्रमण हटा दिए थे। इसी दौरान 300 वर्ष प्राचीन मंदिर पर भी बुलडोजर चला था। साथ ही आसपास के घरों को भी अतिक्रमण बताकर तोड़ा गया था। कई मूर्तियाँ भी क्षतिग्रस्त हो गई थीं। सीएम जगन मोहन रेड्डी ने प्राकृतिक खेती के लिए राष्ट्रीय नीति की मांग की गुजरात: रामनवमी पर हुई हिंसा के बाद दंगाइयों के घर पहुंचा बुलडोज़र, खुद ही अपना मकान तोड़ने लगे लोग बाराबंकी में HDFC बैंक में पढ़ी गई नमाज़, मैनेजर ने दी इफ्तार पार्टी, मुस्लिम खाताधारकों को बांटे तोहफे