जन स्वास्थ्य को राज्य की मुख्य चिंता के रूप में बनाते हुए राजस्थान सरकार ने अब साल भर 'शुद्ध के लिये युद्ध' नाम से एक अभियान जारी रखने का फैसला किया है। इस अभियान का मकसद खाद्य जांच, मिलावट को नियंत्रित करना है। खाद्य पदार्थों में मिलावट के खिलाफ यह अभियान पूरे साल राजस्थान में जारी रहेगा। राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा है कि मिलावट पूरे देश में गंभीर चिंता का विषय है और लोगों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता पर रखते हुए राजस्थान ने ' शुद्ध के लिये युद्ध ' अभियान शुरू किया था। शर्मा ने कहा, देश में पहली बार राजस्थान ने मिलावट के बारे में सही जानकारी देने के लिए मुखबिर को 51,000 रुपये का इनाम देना शुरू किया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस अभियान को प्राथमिकता के आधार पर जारी रखने के निर्देश दिए हैं और स्वास्थ्य विभाग अब साल भर मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई के लिए निरोगी राजस्थान अभियान के तहत प्रयास कर रहा है। इससे पहले इस तरह के विशेष अभियान केवल त्योहारी सीजन के दौरान शुरू किए गए थे । हम प्रदेश में निरोगी राजस्थान के तहत नियुक्त स्वास्थ्य मित्रों की मदद लेंगे। रघु शर्मा ने कहा, वे लोगों को किसी भी पैक्ड खाद्य वस्तुओं को खरीदने से पहले एमआरपी और विनिर्माण तिथि की जांच करने के लिए जागरूक करेंगे और समाप्त होने वाली वस्तुओं को नहीं खरीदेंगे। स्वास्थ्य विभाग ने किसी भी क्षेत्र में हो रही मिलावट के बारे में जानकारी जुटाने के लिए खाद्य सुरक्षा अधिकारियों और जिला नियंत्रण कक्षों के फोन नंबर सार्वजनिक रखने की योजना बनाई है। मुख्यमंत्री योगी ने की रामलला की पूजा, शुरू हुआ दिवाली का जश्‍न पीएम ने जताया WHO का आभार, भारत में होगी पारम्परिक दवाइयों के वैश्विक केंद्र की स्थापना सिंगापुर ने COVID-19 टीकों का आकलन करने के लिए नियुक्त की विशेषज्ञ टीम