जयपुर: देश की दो बड़ी अंडा मंडियों में एक नए खतरे ने दस्तक दी है. राजस्थान में हर दिन मर रहे पक्षियों ने पोल्ट्री फार्म कारोबारियों की चिंताएं बढ़ा दी हैं. इसका कोई टीका और बचाव न होने के कारण भी कारोबारी डरे हुए हैं. जैसे-तैसे तो कोरोना के बाद अंडा बाज़ार ने फिर रफ़्तार पकड़ी थी, कि अब यह परेशानी आकर खड़ी हो गई. जानकारों की मानें तो अजमेर और हरियाणा के बरवाला की अंडा मंडी बड़ी मंडियों में गिनी जातीं है. देश के दूसरे राज्यों सहित खासतौर से उत्तर भारत में इन दो मंडियों से अंडे की सबसे अधिक सप्लाई है. पोल्ट्री फार्म कारोबारी अनिल शाक्या के अनुसार, हरियाणा की बरवाला मंडी से हर दिन 1.25 करोड़ से लेकर 1.5 करोड़ अंडे का कारोबार होता है. वहीं अजमेर मंडी से भी प्रति दिन 70 से 80 लाख अंडे की सप्लाई होती है. अब राजस्थान में बर्ड फ्लू की चर्चा के कारण अजमेर मंडी और बॉर्डर पास होने के चलते हरियाणा मंडी पर सबसे अधिक खतरा मंडरा रहा है. राजस्थान की सरहद से यूपी के भी कई ज़िले जुड़े हुए हैं. अगर यूपी की बात करें तो पूरे राज्य से हर दिन 2.5 से 3 करोड़ अंडे का कारोबार होता है. अनिल शाक्या ने मीडिया को बताया कि, पोल्ट्री फार्म बहुत बड़े-बड़े होते हैं. जगह-जगह शेड बनाए जाते हैं. यदि बर्ड फ्लू से संक्रामित हवा फार्म में केवल दो शेड की तरफ से गुजरी है, तो उसी शेड की मुर्गियां बीमार पड़ेंगी और मरने लगेंगी. किन्तु यदि किसी पोल्ट्री फार्म में 10 मुर्गी भी बर्ड फ्लू से मर गईं तो फिर सावधानी के तौर पर सभी मुर्गियों को खत्म करना पड़ता है. कोरोना में भी बीमारी न होने पर देशभर में लगभग 40 फीसदी तक मुर्गियां खत्म कर दी गईं थी. शी जिनपिंग से पंगा लेना पड़ा महंगा, 2 माह से 'लापता' हैं अलीबाबा के जैक मा ''कृषि कानून से हमारा कोई लेना-देना नहीं...'' कार्यालय में तोड़फोड़ के बाद कोर्ट पहुंचा रिलायंस शानदार बढ़त के साथ शुरू हुआ शेयर बाजार