Video: 'जहाँ महिलाएं कर्मचारी होती हैं, वहां अधिकारी सिरदर्द की गोलियां खाते हैं..', राजस्थान के मंत्री के विवादित बोल

जयपुर: राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने 11 अक्टूबर को एक कार्यक्रम में महिलाओं के लिए बेहद विवादित बयान दिया। अशोक गहलोत कैबिनेट में मंत्री डोटासरा ने कहा कि, 'सरकार ने महिलाओं के लिए पॉलिसी पेश की है। उन्हें प्राथमिकता दी जाती है। किन्तु महिला कर्मचारियों का आपस में ही लड़ाई-झगड़ा रहता है। जहाँ महिला कर्मचारी हैं, वहाँ के प्रधानाचार्य या शिक्षक ‘सेरिडोन’ (सिरदर्द की गोली) लेते हैं। यदि वह इन चीजों पर नियंत्रण पा लेती हैं, तो वो निश्चित ही पुरुषों से आगे निकल जाएँगी।'

 

बता दें कि राजस्थान के शिक्षा मंत्री ही नहीं, शिक्षक भी अक्सर गलत कारणों से ही चर्चा में रहते हैं। जैसे पाली के एक सरकारी शिक्षक ‘लड़की’ बन लोगों को फँसाने के इल्जाम में पकड़े जा चुके हैं। वहीं, कुछ दिन पहले ही जयपुर के सेंट जेवियर्स स्कूल के NCC टीचर द्वारा छात्राओं को अश्लील मैसेज भेजने का मामला प्रकाश में आया था। उल्लेखनीय है कि एक तरफ राजस्थान की कांग्रेस सरकार में शिक्षक जहाँ यौन शोषण जैसे आरोप में गिरफ्तार किए गए हैं। वहीं शिक्षा मंत्री डोटासरा के दामन पर भी कुछ दाग लगे हैं। डोटासरा, सिर्फ महिलाओं के लिए विवादित बयान नहीं देते, बल्कि अपने रिश्तेदारों को RAS परीक्षा में घुसाने के लिए भी बदनाम हो चुके हैं। 

दरअसल  RAS 2018 के साक्षात्कार में डोटासरा की बहू के भाई-बहन को 80-80 नंबर प्राप्त हुए थे , जबकि दोनों ही लिखित परीक्षा में 50 फीसदी अंक भी हासिल नहीं कर सके थे। इसके साथ ही RAS 2016 में चयनित डोटासरा की बहू प्रतिभा को भी साक्षात्कार में 80 नंबर ही मिले थे। वहीं डोटासरा के बेटे अविनाश को उस साल इंटरव्यू में 85 नंबर प्राप्त हुए थे। हालाँकि दोनों ही परीक्षाओं के टॉपर्स की बात करें तो RAS 2016 के टॉपर भवानी सिंह को इंटरव्यू में केवल 70 नंबर, जबकि RAS 2018 की टॉपर मुक्ता राव को 77 नंबर मिले थे।

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