जयपुर: राजस्थान में RPSC सीनियर टीचर भर्ती पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड माने जा रहे भूपेंद्र सारण के जयपुर में घर पर JDA की ध्वस्तीकरण की कार्रवाई रविवार को संपन्न हो गई. वहीं इससे पहले शनिवार (14 जनवरी) को घर के बाहरी और पीछे के सेटबैक को कवर कर अवैध निर्माण के लगभग 90 फीसदी हिस्से को ध्वस्त किया गया था. वहीं, तीसरे व चौथे तले के साथ ही पीछे की ओर बाकी बचे, अवैध निर्माण को तीसरे दिन पूरी प्रकार से ढहा दिया गया, जिसके बाद अब मकान किसी के भी रहने लायक नहीं बचा है. बता दें कि, वर्ष 2017 में सैकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में आरोपी भूपेंद्र सारण और उसके भाई गोपाल सारण ने रजनी विहार में 141.55 वर्ग गज का भूखंड खरीदा था, जिसकी कीमत करोड़ों में बताई जा रही थी. वहीं JDA का कहना है कि आरोपी सारण ने घर के साइड बैक को कवर करते हुए सड़क सीमा में बालकनी निकालने के साथ ही पीछे की ओर पड़ोसी के मकान को भी 5 फीट तक कवर कर दिया था जो कि गैरकानूनी था. वहीं घर के ऊपर की दो मंजिल भी गैरकानूनी तरीके से बनाई गई थी. बता दें कि अवैध निर्माण को लेकर JDA ट्रिब्यूनल कोर्ट से आदेश मिलने के बाद शुक्रवार से JDA विजिलेंस टीम ने अवैध निर्माण को जमींदोज़ करने की कार्रवाई शुरू की थी, जहां 3 दिन तक बुलडोजर चलने के बाद तीसरे दिन रविवार को कार्रवाई संपन्न हुई. जानकारी के अनुसार, कार्रवाई के तीसरे दिन 10 लोखंडा सिस्टम, 6 हैमर मशीन, एक गैस कटर और मजदूरों की मदद से अवैध निर्माण को पूरी तरह हटाया गया. गंगा में खुद नगर निगम ही फैला रहा प्रदूषण, लगा 25 लाख का जुर्माना कपिल सिब्बल से कांग्रेस छूटी, लेकिन कांग्रेस का मोह नहीं छूटा, अब कर रहे राहुल की तारीफ हैदराबाद के अंतिम निजाम मीर बरकत अली का इंतकाल, 90 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस