जयपुर: राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को शून्य काल में स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से बजरी माफिया का मसला उठाने के दौरान विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के बीच तीखी बहस हो गई. दरअसल विपक्ष बजरी माफिया के मुद्दे को लेकर राज्य सरकार से जवाब मांग रहा था. इस दौरान भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ ने राज्य सरकार पर बजरी माफिया के विरुद्ध कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया और राज्य सरकार से उत्तर मांगा. विधानसभाध्यक्ष सीपी जोशी विपक्ष को शांत करवाने का प्रयास कर रहे थे. इसी दौरान मंत्री शांति धारीवाल खड़े हुए और उन्होंने आसन को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार इसका उत्तर देने को तैयार है और इसके लिए व्यवस्था दीजिए. किन्तु सीपी जोशी ने शांति धारीवाल को जवाब का अवसर देने की जगह बैठने के लिए कहा. इस पर दोनों में बहस शुरू हो गई. इस दौरान सीपी जोशी ने आक्रोशित होकर कहा कि अगर आप नहीं बैठेंगे तो वे आसन छोड़कर चले जाएंगे, किन्तु जब शांति धारीवाल लगातार बोलते हैं तब गुस्से में वे आसन छोड़ बाहर चले गए. सदन में सत्ता पक्ष और अध्यक्ष के बीच इस तरह की बहस इससे पहले नहीं नज़र आई. भाजपा के बजरी माफिया के मुद्दे पर वाक आउट करने के बाद सत्ता पक्ष के नेता भी इस बहस को लेकर चर्चा करते दिखाई दिए. भूपेश बघेल से छीना गया पद, मोहन मरकाम को मिली बड़ी जिम्मेदारी लोकसभा में गरजे अमित शाह, कहा - जहां भी आतंकवाद होगा, हम वहां घुसकर मारेंगे रेलवे में नौकरी चाहने वाली महिलाओं के लिए खुशखबरी, पियूष गोयल ने किया बड़ा ऐलान