नई दिल्ली : भारत में अपनी रिहाई न होने से निराश पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या की दोषी नलिनी मुरुगन ने अब संयुक्त राष्ट्र को चिट्ठी लिखकर रिहाई मांगी है.संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग को लिखी छह पन्नों की अपनी चिट्ठी में नलिनी ने आयोग से भारत सरकार को उसे रिहा करने का निर्देश देने की मांग की है. उल्लेखनीय है कि नलिनी ने इस चिट्ठी में लिखा है कि वह और मामले के छह अन्य दोषी जेल में उम्र कैद से ज्यादा की सज़ा काट चुके हैं. यहां कई विशेष योजनाएं हैं, जिसके तहत उन्हें रिहा किया जा सकता है, लेकिन नहीं किया. चिट्ठी में यह भी लिखा है कि राजीव गांधी की हत्या के मामले में दोषी करार दिए जाने का हवाला देकर मुझे जेल से रिहाई के उन नियमों के लाभ से वंचित रखा गया, जो कि देश में उम्र कैद की सजा भुगत रहे अन्य दोषियों को मिलता है. बता दें कि नलिनी ने उसे इस तरह से जेल में बंद रखना भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14 और 21 का उल्लंघन और केंद्र व तमिलनाडु सरकार की असफलता बताया है. चिट्ठी में उसने आयोग ने निवेदन किया है कि भारतीय जेल में सबसे ज्यादा समय से बंद महिला कैदी होने से वह केंद्र को अनुच्छेद 72 के अंतर्गत उसे रिहा करने के निर्देश दे. यह भी देखें चिदंबरम ने राजीव गाँधी को शांति दूत बताया तमिलनाडु की राजनीति में हलचल, पन्नीरसेल्वम कर सकते हैं भाजपा से गठबंधन