श्रीनगर: भारत में आगामी नबंवर दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं और अब भाजपा शासित सरकार देश के कई क्षेत्रों का दौरा करने निकल पड़े हैं। वहीं चुनावी माहौल को भांपते हुए गृहमंत्री राजनाथ सिंह हाल में जम्मू कश्मीर के दौरे पर गए हैं। मंगलवार को राजनाथ सिंह ने जम्मू कश्मीर का दौरा किया और साथ ही कई महत्वपूर्ण बैठकों में शामिल भी हुए। वहीं गृहमंत्री ने बैठक के दौरान श्रीनगर में कहा कि केन्द्र पाकिस्तान सहित किसी से भी बातचीत करने को तैयार है, लेकिन आतंक और बातचीत कभी एक साथ नहीं चल सकते। पाकिस्तान सिंधु जल संधि पर भारत के खिलाफ जानकारी के अनुसार बता दें कि जम्मू कश्मीर में हमेशा से ही एक मुद्दा चलता रहा है और वो है आतंकवाद, भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर को लेकर ही हर बार चर्चा होती है लेकिन उस चर्चा से कोई भी निश्कर्ष नहीं निकलता है। वहीं गृहमंत्री ने प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और संवाददाताओं से कहा कि कश्मीर में बीते चार से पांच माह में बहुत बदलाव हुए है यहां पथराव की घटनाओं में कमी आई है और आतंकवादियों की गतिविधि में भी काफी कमी आई है। मानहानि के आरोप में बांग्लादेशी अखबार के संपादक हुए गिरफ्तार गौरतलब है कि भारत में आतंकवाद सबसे ज्यादा जम्मू कश्मीर में ही सक्रिय है और पाकिस्तान भी लगातार यहां अपना हक जता रहा है। इसके अलावा गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने यहां विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात करते हुए कहा है कि जम्मू कश्मीर में होने वाले पंचायत चुनावों में सभी भाग लें और इसे सफल बनाए। वहीं अनुच्छेद 35-ए पर विवाद के बारे में उन्होंने कहा कि केन्द्र के पास जम्मू कश्मीर से संबंद्ध किसी संवैधानिक प्रावधान को बदलने का कोई प्रस्ताव नहीं है। खबरें और भी अंबेडकर के पोते ने दिया विवादित बयान, कहा- 'वंदे मातरम गाने वाले देश विरोधी हैं' पांच भारतीय मछुआरों को श्रीलंकाई नौसेना ने किया गिरफ्तार वैज्ञानिकों ने किया दावा मंगल ग्रह पर है पर्याप्त आॅक्सीजन