नई दिल्ली: जो लोग जिहाद की बात करते हैं वो लोग पहले अपने घर को तो संभाल कर बताएं, अपने बच्चों को तो संभालें, कश्मीर के बच्चे हमारे हैं, कुछ लोग उनकी जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, उन्हें मष्तिष्क में जिहाद का ज़हर घोल रहे हैं. ये शब्द हैं भारत के गृह मंत्री राजनाथ सिंह के, जो उन्होंने एक समारोह में कश्मीर में पनप रहे आतंकवाद और जिहाद के नाम पर पथभ्रष्ट होते युवाओं के बारे में बोलते हुए कहे. राजनाथ सिंह ने कहा कि "कुछ लोग अपने पद का दुरूपयोग कर युवाओं को भड़का रहे हैं, उन्हें जिहाद का पथ पढ़ा रहे हैं. मैं बड़ी-बड़ी कुर्सियों पर बैठे उन लोगों से कहना चाहता हूँ कि वे पहले अपने घर में जिहाद करें फिर हमारे बच्चों को सिखाएं". गृहमंत्री ने कहा, 'कश्मीर में पत्थरबाजी की घटना में हमारे 9000 से ज्यादा बच्चों के नाम शामिल हैं. मैंने कहा की उन बच्चों का कोई दोष नहीं है, वो बहकावे में ऐसा काम कर रहे हैं. उन बच्चों पर से सारे केस हटा लिए जाएं और उन्हें जेल में नहीं डाला जाए.' उन्होंने इसे एक वैश्विक समस्या बताते हुए कहा कि, आज यह समस्या सिर्फ भारत की नहीं बल्कि विश्व के कई सारे देशों की है और इससे निजात पाने के लिए उन सभी देशों को एक साथ प्रयास करने की जरुरत है. क्योंकि यह समस्या जिस तरह बढ़ रही है, अगर इसे अभी नहीं रोका गया तो हमारी आने वाली पीढ़ी आतंक के साये में जीने को विवश हो जाएगी. गृहमंत्री ने इस मुद्दे पर भारत के क़दमों के बारे में बताते हुए कहा कि "मुझे ये कहते हुए ख़ुशी हो रही है कि हम इस ओर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं.' एम मोदी ने की टीबी उन्मूलन शिखर सम्मेलन की शुरुआत अब अपने ही नाम से ट्वीट करेंगे राहुल गाँधी आज कृषि उन्नति मेले को सम्बोधित करेंगे मोदी