नई दिल्ली:14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में CRPF के काफिले पर हुए आत्मघाती आतंकी हमले को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बयान देते हुए कहा है कि सरकार लोगों के विश्वास को नहीं तोड़ेगी और आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देगी। इस दौरान उन्होंने कहा है कि विरोध करने का अधिकार सभी को मिला हुआ है, किन्तु पीएम मोदी के विरोध का मतलब राष्ट्र विरोध बिल्कुल भी नहीं है। भाजपा की डेडलाइन ख़त्म, अब हम अपना रास्ता चुनने के लिए स्वतंत्र- अनुप्रिया पटेल मीडिया से बातचीत के दौरान गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कई विषयों पर बात की। उन्होंने कहा है कि लोकतंत्र में हर कोई विरोध जता सकता है। पीएम नरेंद्र के बारे में भी कुछ लोगों द्वारा न जाने कैसे-कैसे अपशब्दों का इस्तेमाल किया गया है, किन्तु इसे राष्ट्र विरोध नहीं कह सकते और न ही कभी हमने ऐसा कहा है। हालांकि उन्होंने ये भी कहा है कि, राजनीतिक पार्टियों को किसी भी संवैधानिक पद पर आरोप लगाने से पहले विचार करना चाहिए। राजनाथ सिंह ने पुलवामा में हुए आतंकी हमले का उल्लेख करते हुए कहा है कि, ''यह बहुत आश्चर्यजनक और हैरान करने वाला है कि कांग्रेस शहीदों के नाम पर भी सियासत खेल रही है। कांग्रेस के सभी आरोपों को राजनाथ ने बेबुनियाद करार देते हुए विपक्ष को जवानों की शहादत पर सियासी खेल न खेलने की सलाह दी। राहुल गाँधी का एक और झूठ हुआ उजागर, भाजपा वालों ने जमकर सुनाई खरी-खोटी राजनाथ ने पीएम मोदी को बेहद संवेदनशील आदमी बताया है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने आतंकी हमले की सूचना मिलते ही लोगों से इस बारे में चर्चा शुरू कर दी थी। इस दौरान राजनाथ ने एक उदहारण भी पेश किया। उन्होंने कहा है कि हमारे नेता अटल बिहारी वाजपेयी ने बांग्लादेश के आज़ाद मुल्क बनने से पहले 1971 में पाकिस्तान से जी युद्ध किया गया था, उस समय अटलजी ने संसद में खड़े होकर तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी की तारीफ की थी। खबरें और भी:- नहीं काम आया हाफिज के संगठन बैन करने का पैंतरा, ग्रे लिस्ट में ही रहेगा पाक बिहार महागठबंधन: लालू का आशीर्वाद लेने जाएंगे राहुल, सुलझ सकता है सीट शेयरिंग का मुद्दा पाकिस्तान दौरे पर गए थे सऊदी के शहजादे, उपहार में मिली सोने का पानी चढ़ी राइफल और...