नई दिल्ली : गुजरात में कांग्रेस विधायक दल में मची भगदड़ के बीच वहां राज्यसभा चुनाव में नोटा (उम्मीदवारों में से कोई पसंद नहीं) का विकल्प उपलब्ध कराने की घोषणा किये जाने विपक्षियों द्वारा मंगलवार को जोरदार हंगामा किया गया. इस बीच कांग्रेस ने अपने विधायकों को एकजुट रखने के लिए व्हिप जारी किया है . उल्लेखनीय है कि गुजरात विधानसभा ने राज्यसभा चुनाव में वहां पहली बार नोटा का विकल्प लागू करने की घोषणा की है. इसका विरोध करते हुए कांग्रेस, बसपा और तृणमूल ने मंगलवार को राज्यसभा में खूब हंगामा किया. इस कारण सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी. उधर गुजरात के मुख्य सचिव ने चुनाव आयोग को भेजी अपनी रिपोर्ट में स्पष्टीकरण दिया है कि कांग्रेस विधायक दल में मची टूट-फूट से प्रशासन का कोई संबंध नहीं है. जिस एसपी पर विधायकों पर दबाव डालने का आरोप लगा है, उस दिन वह अहमदाबाद मुख्यालय गए हुए थे. बता दें कि कांग्रेस ने राज्य सभा चुनाव में अहमद पटेल को अपना उम्मीदवार बनाया है.पिछले दिनों कांग्रेस में दल छोड़ने कि मची होड़ से घबराई कांग्रेस ने चुनाव होने तक अपने 40 से अधिक विधायकों को एहतियात की दृष्टि से कर्नाटक के एक रिजॉर्ट में रखा है. यही नहीं कांग्रेस ने सरकार के इस नए दांव की काट के रूप में व्हिप जारी किया है.आलाकमान के निर्देश पर गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष अर्जुन मोढ़वाडिया ने विधायक दल को इसकी सूचना दे दी है. मोढ़वाडिया के अनुसार व्हिप जारी होने से नोटा में वोट करने का विकल्प नहीं होगा.नोटा पर मुहर लगाने वाले विधायक की सदस्यता खारिज हो जाएगी. जानिए क्या चल रहा है हमारे देश की राजनीती में, पढिये राजनीतिक पार्टी से जुडी ताज़ा खबरें बेंगलुरू में जहां ठहरे कांग्रेस विधायक वहाॅं पड़ गया आयकर विभाग का छापा कांग्रेस में भगदड़, 40 विधायकों को बेंगलुरु भेजा