नई दिल्ली: भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत ने हाल ही में एक बड़ा बयान जारी किया है। जी दरअसल रामपुर में राकेश टिकैत ने बयान देते हुए कहा, 'किसान दिल्ली बॉर्डर से वापस नहीं आएंगे, वहीं रहेंगे। सरकार को किसानों से बातचीत करनी चाहिए।' इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि, '5 सितंबर को बड़ी पंचायत बुलाई गई है। आगे की रणनीति को लेकर इसी पंचायत में निर्णय लिया जाएगा। सरकार के पास दो महीने का समय है। सरकार भी अपना फैसला कर ले, किसान भी कर रहे हैं। ऐसा लग रहा है देश में जंग होगी, युद्ध होगा।' एक मशहूर वेबसाइट की रिपोर्ट को माने तो राकेश टिकैत रामपुर में किसानों का हालचाल जानने के लिए आए हैं। यहाँ उन्होंने कहा, 'हमने डीजल को लेकर आंदोलकर किया तो कह रहे हैं महंगाई से आपकों क्या मतलब है? हम डीजल खरीद रहे हैं, देख रहे हैं सरकार सब्सिडी दे रही है या नहीं। किसान अपनी जेब से डीजल खरीद रहा है। गन्ने का भुगतान नहीं किया जा रहा। तराई वाली बेल्ट बेल्ट को इससे नुकसान हो रहा है। देश के किसान की हालत काफी नाजुक है।' इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि, 'सरकार जो कानून लाई है इससे किसानों को ज्यादा नुकसान होगा। सरकार ये कानून वापस ले और किसानों से बात करे, नहीं तो ये आंदोलन जारी रहेगा।' आगे राकेश टिकैत ने यह भी कहा कि, 'किसानों में गर्माहट है। हम शांतिपूर्ण तरीके से धरना दे रहे हैं। इसलिए सरकार नहीं हमारी बात नहीं सुन रही। अगर हम क्रांतिकारी तरीके से धरना देंगे तो सरकार हमारी सुन लेगी। लेकिन वो हम कर नहीं सकते।' वहीँ इस दौरान किसान नेता राकेश टिकैत ने यह भी कहा कि, 'हम शांति के पुजारी है। हम हमेशा धरनों पर शांति से विश्वास रखते हैं। किसान संसद भवन का रास्ता जानते हैं। 22 जुलाई को 200 लोग वहां जाएंगे। जब तक ससंद का सत्र चलेगा रोजाना 200 लोग वहां जाएंगे। अब किसान जब भी जाएगा संसद भवन ही जाएगा।' NABARD में नौकरी पाने का मौका, कल से कर सकेंगे आवेदन केंद्र ने राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों को 41.10 करोड़ से अधिक कोविड वैक्सीन खुराक देने का किया दावा WHO ने दी चेतावनी, कहा- "डेल्टा 100 देशों में फैलता...."