नई दिल्ली: केंद्र द्वारा लाए गए नए कृषि कानून के खिलाफ जारी किसानों का आंदोलन इतना जल्दी खत्म नहीं होने वाला है। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि हम दिसंबर तक दिल्ली की सरहदों पर डटे रहेंगे। बता दें कि सैकड़ों की तादाद में किसान गत वर्ष नवंबर से ही दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं। टिकैत ने कहा कि हम गर्मी से नहीं डरते हैं, पंखे लगा लिए हैं। गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली किसानों की ट्रैक्टर परेड में हुई हिंसा को लेकर टिकैत ने कहा कि किसान केस से नहीं डरते हैं। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक केंद्र सरकार इन कानूनों को रद्द नहीं करती और MSP को नूनी गारंटी नहीं दी जाती है। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन नवंबर-दिसंबर तक जारी रहेगा। टिकैत ने यह साफ़ करते हुए कहा है कि सरकार गलतफहमी में ना रहे कि किसान कहीं भी जा रहे हैं। उन्होंने किसानों की एक महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा है कि सरकार को लगता है कि किसान गर्मियों में घर वापस चले जाएंगे। टिकैत ने कहा कि पहले भी उन्होंने सोचा था कि कड़ाके की सर्दियों में हम घर लौट जाएंगे, किन्तु हम कही नहीं जा रहे हैं, हमने वहां पंखे आदि लगा दिए हैं। टिकैत ने आरोप लगाया कि किसान आंदोलन में सहायता करने वाले व्यक्ति सरकारी एजेंसियों की उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कृषि कानून, किसानों के हित में नहीं हैं। टिकैत ने कहा कि केंद्र का अगला टारगेट ऐसी स्थिति बनाना है कि किसान खुद ही अपनी जमीन छोड़ दें। पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर बड़ी खुशखबरी, आज फिर घट गए दाम भारत में लॉकडाउन के कारण आई बेरोजगारी नहीं हो रही है ख़त्म सेंसेक्स में इतने अंक से आई गिरावट, जानिए क्या रहा निफ़्टी का हाल