नई दिल्ली: देश में पिछले दो महीने से कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन अब भी जारी है. बुधवार को इसी आंदोलन के समर्थन में हरियाणा के जींद में महापंचायत का आयोजन किया गया. भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत ने इस महापंचायत में भाग लिया और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. जींद की इस महापंचायत में कई प्रस्ताव भी पारित किए गए हैं. इसमें तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की गई है, साथ ही किसानों पर जो मामले दर्ज किए गए हैं उन्हें वापस लेने की मांग की गई है. जींद की महापंचायत में कुल पांच प्रस्ताव पारित किए गए हैं. साथ ही 26 जनवरी को जिन नेताओं को अरेस्ट किया गया है, उन्हें रिहा कर दिया जाए. जींद में बुलाई गई महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि जब-जब राजा डरता है, तब-तब किलेबंदी करता है. दिल्ली में कीलें लगाई जा रही हैं, हम वो अपने खेतों में भी लगाते हैं. अपने संबोधन में राकेश टिकैत ने कहा कि अभी हमने बिल वापसी की बात की है, यदि गद्दी वापसी की मांग हुई तो क्या करोगे. टिकैत ने कहा कि अभी जींद वालों को दिल्ली कूच की आवश्यकता नहीं है, आप यहां पर ही रहे. राकेश टिकैत की तरफ से ट्वीट भी किया गया कि पहले गिरफ्तार किसानों को छोड़ा जाए, तब आगे की बात होगी. जींद किसान महापंचायत तीनों कृषि कानून वापस हो एमएसपी को कानून बनाया जाए गिरफ्तार किसानों को रिहा किया जाए स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को लागू किया जाए किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस हो।#जींद #किसान_आंदोलन_जारी_रहेगा #रिट्वीट @AHindinews @PTI_News @ndtvindia @ANI @BBCIndia — Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) February 3, 2021 Paperless होगा योगी सरकार का सारा कामकाज, मंत्रियों को दी जा रही ई-कैबिनेट की ट्रेनिंग रिहाना की टिप्पणी पर बोले मनोज तिवारी - उन्हें मामले की समझ नहीं, मैंने उन्हें हिंसा की तस्वीरें भेजीं किसान आंदोलन में विदेशी हस्तियों के विरोध को समर्थन देने पर सरकार ने दी ये प्रतिक्रिया