नई दिल्ली: भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) नेता राकेश टिकैत लगभग 1 साल से जारी किसान आंदोलन के बीच किसानों का बड़ा चेहरा बनकर उभरे हैं। राकेश टिकैत ने इस बीच सियासत में भी अपनी अच्छी-ख़ासी पकड़ बना ली है और वे एक बड़े किसान नेता के तौर पर देखें जा रहे हैं। 52 वर्षीय राकेश टिकैत अब अक्सर अपने सियासी बयानों को लेकर भी सुर्ख़ियों में भी रहते हैं। शुरुआत में जहां राकेश टिकैत केंद्र की मोदी सरकार को कृषि कानूनों के कारण घेरते रहते थे, तो वहीं वक़्त बदलने के साथ उनके सुर भी बदलते नज़र आ रहे हैं। टिकैत अब एक किसान नेता न होकर एक राजनेता की तरह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए देखें जा रहे हैं। वहीं अब उन्होंने कांग्रस पार्टी को लेकर बड़ा बयान दिया है। दरअसल, बीते दिनों लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा से देशभर हंगामा मच गया था और अब भी इस मामले में बवाल ठंडा नहीं पड़ा है। अब इसी मामले पर चर्चा करते हुए राकेश टिकैत ने एक इंटरव्यू में कांग्रेस पार्टी का समर्थन किया है। दरअसल, साक्षात्कार में राकेश टिकैत से पुछा गया था कि, ‘आपको कांग्रेस का एजेंट कहा जाता है?’ इस पर टिकैत सकपका गए और उन्होंने जवाब में कांग्रेस का समर्थन कर डाला और उसका पक्ष लेते हुए कहा कि, 'यदि कांग्रेस होती तो ये ऐसी तैसी न होती और अब देश में विपक्ष नहीं रहा। केस निपट गया।' बता दें कि टिकैत पहले भी भाजपा सरकार को चुनाव में उनके खिलाफ प्रचार करने कि धमकी दे चुके हैं, पहले वे चुनाव के समय बंगाल भी गए थे और अब यूपी में उनकी मौजूदगी देखी जा रही है। कई सियासी जानकारों का ये भी कहना है कि टिकैत किसानों की नहीं बल्कि, कांग्रेस और विपक्ष को सत्ता दिलाने की लड़ाई लड़ रहे हैं, वरना जब कृषि कानूनों पर सुप्रीम कोर्ट से रोक लगी हुई है, ऐसे में आंदोलन जारी रखने का क्या औचित्य है। 'लखीमपुर में सियासत करने वालों कभी कश्मीर भी आ जाओ..', घाटी में हिन्दुओं की हत्या पर आक्रोश राकेश टिकैत के राइट हैंड ने थामा 'भाजपा' का हाथ, भारतीय किसान यूनियन से दिया इस्तीफा तालिबान सरकार ने कहा- "यदि आवश्यक हो तो हमारे साथ विचार-विमर्श..."