रक्षाबंधन इस बार 26 अगस्त को संडे के दिन आ रहा है. ये त्यौहार हर साल श्रावण की पूर्णिमा को आता है. इस साल रक्षाबंधन के साथ पंचक भी लग रहे हैं जिन्हें त्योहारों के बीच में अशुभ माना जाता है. ये पंचक 25 अगस्त से दोपहर 3 बजकर 16 मिनट से लग रहे हैं जो 28 अगस्त तक चलेंगे. लेकिन आप इन अशुभ पल को शुभ में भी बदल सकते हैं जिनके कुछ उपाय आपको पढ़ने होंगे. इसके अलावा ज्योतिष के अनुसार इस रक्षाबंधन पर एक खास संयोग बन रहा है जो पूरे 37 साल बाद आ रहा है. इसकी कुछ 7 बातें हम आपको बताने जा रहे हैं. * इस बार रक्षाबंधन पर धनिष्ठा नक्षत्र रहेगा जो इस पंचक का करक भी होता है. रक्षा बंधन : रक्षा बंधन पर पंचक से ऐसे पाएं शुभ फल * अपने भाई को राखी शुभ मुहूर्त में ही बांधें जिससे भाई की आयु दीर्घ होती है. वैसे तो भाई बहन के लिए कोई अशुभ समय नहीं होता लेकिन शास्त्रों में कहा गया है हर अच्छे काम का एक शुभ समय होता है. * राखी बाँधने का सुबह समय 26 अगस्त को सुबह 5.59 से दोपहर 3.37 बजे तक रहेगा. * राखी बांधने का ये समय अशुभ रहेगा राहुकाल- सांय 4:30 से 6:00 बजे तक रहेगा और यम घंटा -दोपहर 3.38 से 5.13 बजे. रक्षा बंधन : भगवान विष्णु और माँ लक्ष्मी से जुड़ी है रक्षाबंधन की कहानी * खास बात तो ये है कि इस रक्षा बंधन पर कोई भी भद्रा का साया नहीं है. राखी पर भद्राकाल होना अशुभ माना जाता है क्योंकि इसमें राखी नहीं बाँधी जाती. ये संयोग 37 वर्ष बाद बन रहा है जब रक्षाबंधन पर भद्रा का साया नहीं होगा. * जब भी अपने भाई को कलाई पर राखी बांधे उस दौरान इस मंत्र को जप सकते हैं - येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबल: तेन त्वामनुबध्नामि रक्षे मा चल मा चल या ॐ यदाबध्नन्दाक्षायणा हिरण्यं, शतानीकाय सुमनस्यमाना:। तन्मस्आबध्नामि शतशारदाय, आयुष्मांजरदृष्टिर्यथासम्।। यह भी पढ़ें.. रक्षा बंधन 2018: इतिहास के पन्नों से रक्षाबंधन पर अपने भाई-बहन को भेजे ये संदेश, आपके रिश्ते होंगे और मजबूत