अगर आपका भाई नहीं है और किसी कारणवश आप भाई को राखी बांधने में असमर्थ हैं तो हिंदू धर्म ग्रंथों में इसके लिए भी कई उपाय बताए गए हैं। जी दरअसल ऐसी स्थिति अगर किसी बहन के साथ बने तो वह भगवान को भी अपना भाई मानकर रक्षासूत्र बांध सकती है। ऐसा करने से उसे भाई के होने का अहसास भी होगा और उसके जीवन की परेशानियां भी कम होंगी। जी दरअसल पंचांग भेद के कारण इस बार रक्षाबंधन (Raksha Bandhan 2022 Ke Upay) 11 व 12 अगस्त को मनाया जाएगा। तो हम आपको बताते हैं किस देवता को कौन-से रंग का रक्षासूत्र बांधना शुभ होगा। भगवान शिव- रक्षाबंधन का पर्व श्रावण महीने के अंतिम दिन मनाया जाता है और इस वजह से इस तिथि पर शिवजी को रक्षासूत्र बांधना शुभ फल देने वाला रहता है। कहते हैं श्रावण पूर्णिमा पर महादेव की पूजा करने और रक्षासूत्र बांधने से सभी इच्छाएं पूरी हो सकती हैं। वैसे तो शिवजी को किसी भी रंग का रक्षासूत्र बांधा जा सकता है, लेकिन सफेद रंग का रक्षा सूत्र विशेष शुभ रहता है। हनुमानजी- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, हनुमानजी का लाल रंग अतिप्रिय है, इस वजह से रक्षाबंधन पर हनुमानजी को लाल रंग का रक्षासूत्र अर्पित करें। कहते हैं ऐसा करने से मंगल ग्रह से संबंधित शुभ फल भी आपको मिल सकते हैं। जी दरअसल हनुमानजी को रक्षासूत्र बांधने से परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है और बल, बुद्धि व विद्या में वृद्धि होती है। गणेशजी- कहा जाता है हर शुभ काम से पहले भगवान श्रीगणेश की पूजा जरूर की जाती है, इसलिए इन्हें प्रथम पूज्य भी कहा जाता है। आप रक्षाबंधन पर गणेशजी को हरे रंग का रक्षासूत्र बांधें क्योंकि इससे बुध ग्रह से संबंधित शुभ फल मिल सकते हैं। भगवान विष्णु व श्रीकृष्ण- यह दोनों देवता एक ही हैं और इन दोनों को पीतांबर धारी कहा जाता है क्योंकि इन्हें पीले वस्त्र पसंद हैं। रक्षाबंधन के दिन भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण को पीले या केसरिया रंग का रक्षासूत्र बांधें। शनिदेव- शनिदेव को रक्षाबंधन पर नीले रंग का रक्षासूत्र अर्पित करना चाहिए। राखी पर पहन रही है साड़ी तो इन अभिनेत्रियों को करें कॉपी राखी पर ट्राय करें ये खास और सबसे अलग नेल आर्ट्स रक्षाबंधन: सौतेले होकर भी अच्छा रिश्ता निभा रहे हैं बॉलीवुड के ये भाई-बहन