राम मंदिर: योगी जी और मोदी जी की अंतरात्मा न जग रही हो...

राम मंदिर मुद्दा एक बार फिर गरमाया है शायद चुनावों के कारण मुद्दे को छेड़ा गया हो क्योकि इस बार भी पहल बीजेपी ने ही की है. इसकी शुरुआत कल सोमवार सुबह से रामजन्म भूमि न्यास के सदस्य रामविलास वेदांती ने की जब उन्होंने कभी भी अचानक से राम मंदिर निर्माण शुरू किये जाने की बात कह कर बहस को ताजा कर दिया. फिर दिन भर बयानबाजियां चली. उन्होंने यूपी के सीएम योगी को याद दिलाया की उन्होंने अयोध्या में कहा था कि अगर वह कभी मुख्यमंत्री बने तो राम मंदिर बनाकर दम लेंगे. राम विलास वेदांती ने कहा कि अब मीडिया उनसे सवाल करने लगा है. लोग उनसे मंदिर की तारीख पूछने लगे हैं. ऐसे में अगर सरकार कोई कदम नहीं उठाती तो संत समाज खुद ही मंदिर बनाने का निर्णय ले लेगा और वह भी 2019 के पहले.

इसके बाद कन्हैया दास ने तो योगी को चेतावनी देते हुए ही कहा कि अब संतों का मुंह बिल्ली के जैसा होता जा रहा है जो अपने मुंह से अपने बच्चों को दबाकर बचाकर भी ले जाती है और उसी मुंह से शिकार भी कर लेती है. कन्हैया दास के इन शब्दों में साधु-संतों की चेतावनी साफ दिखाई दे रही थी. कन्हैया दास ने आगे कहा योगी जी और मोदी जी की अंतरात्मा न जग रही हो लेकिन करोड़ों हिंदुओं की अंतरात्मा जाग चुकी है. अब लगता है मंदिर निर्माण की जिम्मेदारी साधु-संतों को ही उठानी पड़ेगी.

जवाब में योगी ने कहा, वह उस परंपरा से निकल कर आए हैं, जिसकी तीन पीढ़ी मंदिर निर्माण के आंदोलन में खप चुकी है. ऐसे में उनके ऊपर शक करने की कोई वजह नहीं होनी चाहिए लेकिन संतों को थोड़ा धैर्य रखना होगा क्योंकि समाधान न्यायपालिका कार्यपालिका और व्यवस्थापिका जैसी लोकतांत्रिक संस्थाओं के बगैर नहीं निकल सकता.

''राम मंदिर पर सियासत कर सुप्रीम कोर्ट को चैलेंज न करे''

'अब राम भक्तों पर गोलियां दागने वाले मंदिर की बात कर रहे है'

मंदिर बनाने की धमकी देने वाले साधु-संत बनाकर तो बतायें-इक़बाल

 

Related News