5 अप्रैल को रामनवमी है। भगवान राम का जन्म दोपहर 12 करने का शास्त्रोक्त विधान है। इसलिए श्रद्धालुओं को दोपहर में ही भगवान राम का जन्मोत्सव मनाया जाना चाहिए। यह करें जन्मोत्सव के दौरान- -भगवान का पंचामृत अभिषेक करें- पंचामृत में दही, शकर, घी, शहद और दूध का मिश्रण होता है। -अभिषेक करने के बाद पूजन-अर्चन संपन्न करें और फिर पंचामृत के साथ ही पंजेरी का भोग भी लगाए। भोग लगाने के पहले आरती करें तथा बाद में भोग स्वयं और परिजनों के बीच बांटे। -हो सके तो श्रीराम रक्षा स्त्रोत का भी पाठ करें। इससे भगवान श्रीराम की प्रसन्नता प्राप्त होती है। अयोध्या में बम मिलने से क्षेत्र में सनसनी रामनवमी का पोस्टर फाड़ने पर बिहार में हिंसा