पटना : केन्द्रीय मंत्री और लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान ने बसपा प्रमुख मायावती से यह पूछा है कि उनकी पार्टी में आखिरकार एक सौ करोड़ रूपये कहां से आये। पासवान ने कहा है कि उन्हें प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई में खलल नहीं डालना चाहिये। गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय ने बसपा के खाते की जांच संबंधी कार्रवाई को अंजाम देने की बात कही है लेकिन मायावती ने इस मामले को दलित से जोड़ा है। पासवान ने कहा है कि दलित होने का यह मतलब नहीं होना चाहिये कि मायावती को चोरी करने का लाइसेंस मिल जायेगा। उन्होंने कहा कि कानून किसी से उपर नहीं होता है और मायावती को कानून को अपना काम करने देना चाहिये। उन्होंने यह भी कहा कि मेरी पार्टी के 6 सांसद है तथा बावजूद इसके उनकी पार्टी के खाते में महज एक लाख रूपये है लेकिन बसपा के एक भी सांसद नहीं है तो फिर उनके खाते में एक सौ करोड़ रूपये कहां से आ गये, इसकी जांच अवश्य ही होना चाहिये। पासवान का कहना है कि उन्हें इस बात का दुःख है कि दलित वर्ग का प्रतिनिधित्व करने वाली पार्टी के पास इतना धन कैसे और किस तरह से आ गया। राजग का हिस्सा बने रहना चाहते हैं रामविलास पासवान BJP पहुंचा रही राजनीतिक नुकसान