पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव का पहला चरण छत्तीसगढ़ से शुरू होगा। छत्तीसगढ़ में पहले चरण का चुनाव 11 नवंबर को होना है। विधानसभा चुनाव के लिए छत्तीसगढ़ में घमासान जारी है। आज राज्य के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने अपना नामांकन दाखिल किया, लेकिन यहां पर एक बात गौर करने वाली रही, वह यह कि रमन सिंह ने नामांकन से पहले उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। उनके इस तरह योगी आदित्यनाथ के पैर छूने को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो गए हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि जिस तरह से इस बार छत्तीसगढ़ में चुनाव पूर्व रुझान आ रहे हैं, उन्हें देखते हुए सीएम रमन सिंह को छत्तीसगढ़ में अपनी जमीन दरकती हुई नजर आ रही है। रमन सिंह और बीजेपी को भलीभांति पता है कि अगले चुनावों में जीत का रास्ता आसान नहीं है, ऐसे में वह एक ऐसे प्रचारक की तलाश में थे, जो बीजेपी की डगमगाती नैया को पार लगा सके और उन्हें यह चेहरा योगी आदित्यनाथ में दिखा। दरअसल, इस समय बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह का पूरा ध्यान राजस्थान चुनावों पर है। राजस्थान में भी बीजेपी की हालत ठीक नहीं है और बीजेपी आलाकमान नहीं चाहते कि राजस्थान में फिर से सत्ता में आने का मौका वह गंवा दें, ऐसे में राज्य की बागडोर बीजेपी अध्यक्ष ने अपने हाथ में ले ली है, ताकि वसुंधरा राजे की नैया पार लगाई जा सके। अब जब अमित शाह राजस्थान में व्यस्त हैं, तो उन्हें छत्तीसगढ़ में ऐसा व्यक्ति चाहते थे, जो रमन सिंह सरकार के लिए संजीवनी बूटी साबित हो सके और योगी आदित्यनाथ ऐसे ही चमत्कारी नेता हैं। रमन सिंह के नामांकन में शामिल होकर योगी आदित्यनाथ ने छत्तीसगढ़ में अपनी उपस्थिति के संकेत तो दे ही दिए हैं। अब यह कहा जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ छत्तीसगढ़ में बीजेपी के स्टार प्रचारक के रूप में उभरेंगे और लगातार रैलियां कर बीजेपी की जीत की राह आसान करेंगे। छत्तीसगढ़ में योगी की उपस्थिति कांग्रेस के लिए परेशानी का सबब बन सकती है। कांग्रेस के पास राज्य में ऐसा एक भी चेहरा नहीं है, जो योगी को टक्कर दे सके। अब देखना यह है कि बीजेपी का योगी पर यह भरोसा कितना कामयाब होता है? सवाल यह भी है कि क्या योगी आदित्यनाथ चुनावों में रमन सिंह के पालनहार साबित हो सकेंगे? जानकारी और भी इसलिए कांग्रेस ने लिया राहुल की दावेदारी पर यू-टर्न... मीटू से मिलेगा न्याय? अपनी जिम्मेदारी समझे न्यायपालिका!