रायपुर: छत्तीसगढ़ के अलग-अलग शहरों में चल रही ईडी की कार्रवाई के पश्चात् सियासत उफान पर है। राजनीतिक पारा इस कदर चढ़ा हुआ है कि जुबानी जंग सोशल मीडिया पर पोस्ट एवं वीडियो शेयरिंग तक पहुंच चुकी है। सीएम भूपेश बघेल एवं पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के बीच डिजीटल प्लेटफार्म पर जारी जंग के बीच शुक्रवार शाम एक नया वीडियो आया है। मुख्यमंत्री भूपेश ने रायपुर के प्रियदर्शिनी सहकारी बैंक घोटाले से संबंधित इस वीडियो को साझा करते हुए लिखा है, 'हेयर इज प्री दिवाली गिफ्ट फॉर भ्रष्टाचार के अंतरराष्ट्रीय पितामाह'। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ट्वीटर अकाउंट पर पोस्ट किए गए इस वीडियो में प्रियदर्शिनी बैंक घोटाले की संक्षेप में कहानी तथा अपराधी बैंक प्रबंधक के नार्को टेस्ट को दिखाया गया है। वीडियो में दावा किया जा रहा है कि तत्कालीन बैंक प्रबंधक उमेश सिन्हा का नार्को टेस्ट कराया गया था। वह बोल रहा है कि मामले को दबाने के लिए तत्कालीन सीएम रमन सिंह समेत 4 मंत्रियों को करोड़ों की घूस दी गई। इसमें तत्कालीन गृह रामविचार नेताम, विधायक बृजमोहन अग्रवाल एवं वित्त मंत्री रहे अमर अग्रवाल का नाम भी ले रहा है। इनके अतिरिक्त उस वक़्त डीजीपी रहे ओपी राठौर को भी एक करोड़ रुपए दिए जाने की बात कही जा रही है। बता दे कि इंदिरा प्रियदर्शिनी महिला सहकारी बैंक महिलाओं के लिए संचालित वर्ष 1995 में खुला था। बैंक अच्छा कारोबार कर रहा था। उसके आखिरी दिनों में भी 25 हजार से ज्यादा ग्राहक इससे जुड़े थे। बाद में संचालक मंडल और बैंक अफसरों की मिलीभगत से घोटाले की बात सामने आई। रकम के घालमेल के कारण 2006 में यह बैंक बंद हो गया। सरकार ने इसके लिए एक प्रशासक नियुक्त कर दिया था। बैंक घोटाला वर्ष 2007 में सामने आया। फिर 5 वर्ष पश्चात् 2013 में यह सीडी बाहर आई। इस पर जमकर हंगामा हुआ, मगर उसके पश्चात् भी बीजेपी 2014 में सरकार बनाने में कामयाब हुई। सीएम भूपेश बघेल ने इस वीडियो के पोस्ट करने के अगले दिन शनिवार को पूर्व सीएम रमन सिंह को जन्मदिन की बधाई दी है। ट्वीटर पर पोस्ट करते हुए सीएम बघेल ने लिखा है कि छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम, राजनांदगांव विधायक डॉ रमन सिंह जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं। आपके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं। 'कांग्रेस का काम झगड़ा लगाना है और मोदी को विकास से मतलब', अमित शाह ने बोला जमकर बोला 'जयराम पीछे पड़ने वाले आदमी हैं, 25 बार मेरा सिर खा लिया', सिरमौर में बोले अमित शाह कानून की भाषा बाधा न बने और गरीब भी समझे, PM मोदी ने दिया मातृभाषा पर जोर