अगर रोज पढ़ेंगे रामायण की ये 8 चौपाइयां तो घर में कभी नहीं आएगी गरीबी

हिन्दू धर्म में रामायण को सबसे अहम माना जाता है। जी दरअसल यह वह पवित्र ग्रन्थ है जो मानव जीवन को सत्य भक्ति के साथ जीवन जीने का मार्ग दिखाती है। वहीं कई विद्वान लोग रामायण के पाठ के अन्य फायदे भी बताते हैं। जी हाँ और ऐसी मान्यता है कि जीवन में सुख-समृद्धि पाने के लिए रामायण यानी श्री रामचरित मानस की 8 चौपाइयों का रोजाना पाठ करना सबसे अधिक शुभ होता है। आज हम आपको उन्ही चौपाइयों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके पाठ से घर में कभी गरीबी नहीं आती।

चौपाई 1- जब तें रामु ब्याहि घर आए। नित नव मंगल मोद बधाए।। भुवन चारिदस भूधर भारी। सुकृत मेघ बरषहि सुख बारी।।

चौपाई 2- रिधि सिधि संपति नदीं सुहाई। उमगि अवध अंबुधि कहुँ आई।। मनिगन पुर नर नारि सुजाती। सुचि अमोल सुंदर सब भाँती।।

चौपाई 3- कहि न जाइ कछु नगर बिभूती। जनु एतनिअ बिरंचि करतूती।। सब बिधि सब पुर लोग सुखारी। रामचंद मुख चंदु निहारी।।

चौपाई 4- मुदित मातु सब सखीं सहेली। फलित बिलोकि मनोरथ बेली।। राम रूपु गुन सीलु सुभाऊ। प्रमुदित होइ देखि सुनि राऊ।।

चौपाई 5- एक समय सब सहित समाजा। राजसभाँ रघुराजु बिराजा।। सकल सुकृत मूरति नरनाहू। राम सुजसु सुनि अतिहि उछाहू।।

चौपाई 6- नृप सब रहहिं कृपा अभिलाषें। लोकप करहिं प्रीति रुख राखें।। वन तीनि काल जग माहीं। भूरिभाग दसरथ सम नाहीं।।

चौपाई 7- मंगलमूल रामु सुत जासू। जो कछु कहिअ थोर सबु तासू।। रायँ सुभायँ मुकुरु कर लीन्हा। बदनु बिलोकि मुकुटु सम कीन्हा।।

चौपाई 8- श्रवन समीप भए सित केसा। मनहुँ जरठपनु अस उपदेसा।। नृप जुबराजु राम कहुँ देहू। जीवन जनम लाहु किन लेहू।।

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