रामायण की कुछ चौपाईयां ऐसी हैं अगर इनका नित्य जाप किया जाए तो इससे सुख-समृद्धि तो प्राप्त होती ही है, साथ ही मन को काफी प्रसन्नता मिलती है। अलग-अलग कार्यों के लिए अलग-अलग चौपाईयों का जाप करना होता है परीक्षा में सफलता के लिए :- जेहि पर कृपा करहिं जनुजानी। कवि उर अजिर नचावहिं बानी।। मोरि सुधारहिं सो सब भांती। जासु कृपा नहिं कृपा अघाती।। धन प्राप्ति के लिए :- जिमि सरिता सागर मंहु जाही। जद्यपि ताहि कामना नाहीं।। ऋद्धि-सिद्धि की प्राप्ति के लिए :- तिमि सुख संपत्ति बिनहि बोलाएं। धर्मशील पहिं जहि सुभाएं।। प्रभु राम ने लक्ष्मण से कहा रावण से शिक्षा सूत्र ले लो मनुष्य जन्म का लक्ष्य सांसारिक भोग नहीं वैशाख पूर्णिमा पर बन रहे सिंहस्थ के 10 में से 9 महायोग