नई दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लागू किए गए नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आदोंलन आज 10वें दिन भी लगातार जारी है। ऐसे में सरकार और किसानों के बीच बैठकों का सिलसिला भी तेज हो चला है। अब तक हुई चार बैठकों के बाद भी समस्या का समाधान नहीं निकला है। किसानों की शनिवार यानी आज 2 बजे से मोदी सरकार के साथ पांचवें दौर की बातचीत होनी है। ऐसे में केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने विपक्ष पर किसानों को भटकाने का आरोप लगाते हुए हमला बोला है। केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कहा कि, गलतफहमी में आकर किसानों का आंदोलन करना सही नहीं है, ये कानून किसानों के हित में हैं। जानबूझकर विपक्ष किसानों को भ्रमित कर रहा है, सरकार बातचीत कर रही है और कोई न कोई रास्ता निकलेगा। दरअसल, कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों की आज शनिवार के दिन मोदी सरकार के साथ पांचवें दौर कि बातचीत करने वाले हैं। किसान दिल्ली की सरहदों पर डटे हुए हैं। वहीं यदि आज भी बात नहीं बनी तो 8 दिसंबर को भारत बंद का ऐलान किया गया है। इससे पहले गुरुवार को भी केंद्र सरकार की ओर से कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रेल मंत्री पियूष गोयल और किसान प्रतिनिधियों के बीच 8 घंटे तक बातचीत होती रही। मगर किसी भी विषय पर सहमति नहीं बनने से यह बैठक बेनतीजा ही खत्म हुई। इस बीच सिंघू बॉर्डर पर किसान संगठनों ने मीडिया को संबोधित किया। जिसमें कृषि कानून को काला कानून बताते हुए इसे जल्द वापस लेने की मांग की। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग का क्रूर फैसला, कोरोना नियम तोड़ने वाले को गोलियों से भूना ईरान भूमिगत यूरेनियम संवर्धन में तेजी लाने के लिए अमेरिका पर दबाव चीन की कोयला खदान में अत्यधिक कार्बन मोनोऑक्साइड के रिसाव से गई 18 लोगों की जान