रामदास अठावले का अमित शाह को पत्र, कहा- महाराष्ट्र में लगाया जाए राष्ट्रपति शासन

मुंबई: मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के चिट्ठी कांड के बाद महाराष्ट्र में आए सियासी हंगामे के बीच अब NDA के सहयोगी रामदास अठावले ने बड़ी मांग कर दी है. उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखी है और महाराष्ट्र की मौजूदा सियासी स्थिति को देखते हुए वहां राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है. RPI के अध्यक्ष ने कहा कि महाराष्ट्र में कायदा-कानून पूरी तरह से चरमरा चुका है, इसलिए राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है.

एक ओर जहां विरोधी महाराष्ट्र सरकार पर दबाव डाल रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सत्ता पक्ष ने साफ कर दिया है कि अनिल देशमुख का इस्तीफा नहीं लिया जाएगा. NCP चीफ शरद पवार ने कहा कि जिस मंत्री के बारे में इल्जाम था, उनकी उस समय की स्थिति साफ हो गई है और ऐसी परिस्थिति में उनके इस्तीफे का प्रश्न ही नहीं उठता. उन्होंने कहा कि पूर्व आयुक्त के पत्र में उन्होंने जिक्र किया है कि फरवरी महीने में उन्हें कुछ अधिकारियों से गृह मंत्री के निर्देशों की जानकारी मिली थी.  जबकि, 6 से 16 फरवरी तक अनिल देशमुख कोरोना के कारण अस्पताल में भर्ती ​थे. शरद पवार ने कहा कि फरवरी में सचिन वाजे और अनिल देशमुख की मुलाकात की बात सरासर गलत है. फरवरी में वाजे और देशमुख की मुलाकात ही नहीं हुई.

वहीं NCP नेता नवाब मलिक ने कहा कि हमें लगता है कि परमबीर सिंह का पत्र एक सोची समझी साजिश है. परमबीर सिंह की दिल्ली में किस-किस से मुलाकात हुई थी, उसकी हमें खबर है. जांच के जरिए सच्चाई सामने आ जाएगी. उन्होंने कहा कि उच्च अधिकारियों के माध्यम से चिट्ठी की जांच होगी. एक चिट्ठी के आधार पर गृह मंत्री अनिल देशमुख के त्यागपत्र की मांग हो रही है. इस्तीफा देने का सवाल नहीं होता है. पार्टी ने फैसला लिया है कि जांच होने के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा.

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