भोपाल: हिंदूवादी नेता की छवि वाले भोपाल से बीजेपी MLA रामेश्वर शर्मा तथा दिग्विजय सिंह के मध्य एक बारे फिर जुबानी लड़ाई शुरू हो गई है। इस बार मसला दिग्विजय का गौमांस वाला बयान है, जिसपर रामेश्वर शर्मा खूब बरसे तथा दिग्विजय सिंह के गौमांस वाले बयान पर उन्हें खूब खरी खोटी सुनाई। फायर ब्रांड नेता रामेश्वर शर्मा ने बताया कि कांग्रेस जितनी मेहनत हिंदू को बदनाम करने में करती है, भारत के भले के लिए करते तो पाकिस्तान तथा जिन्ना पैदा नहीं होते तथा ना ही देश की धरती पर आतंकवाद बढ़ता। गौमांस एवं हिंदू पर बयान देकर दिग्विजय एक बार फिर भाजपा के निशाने पर हैं। भाजपा की ओर से रामेश्वर शर्मा ने पलटवार किया है। रामेश्वर शर्मा ने बताया कि दिग्विजय सिंह मुसलमानों को उकसाना चाहते हैं, जिससे मुसलमान गौ माता की हत्या करें। उन्होंने बोला, आप चाहते है कि हिंदू-मुस्लिम दंगे हों तथा आपकी राजनीतिक रोटियां सिंकती रहें। गौ माता को कटवाने का इरादा आपके पूर्वजों का भी रहा है, तभी इंदिरा गांधी ने करपात्री महाराज पर गोली चलवाई थी। आप चाहते हैं कि गौ माता की मौत होती रहे, आतंकवाद पनपता है, फलता रहे तथा हिंदुओं के धर्म को नीचा दिखाते रहें। रामेश्वर शर्मा ने बताया कि दिग्विजय सिंह वो राष्ट्रीय महापुरुष हैं, जो हिंदुओं के खिलाफ साजिश रचने के लिए निरंतर मेहनत करते रहते हैं। इनकी नजरों में आतंकवादी 'जी' है तथा देशद्रोहियों को बिरयानी खिलाने में अधिक रुची है। रामेश्वर शर्मा ने चेतावनी देते हुए बताया कि दिग्विजय जी सुधर जाओ, संभल जाओ। वही कांग्रेस के सीनियर नेता दिग्विजय सिंह ने शनिवार को बयान में बताया था कि 'ये देश विविधताओं का देश है, यहां ऐसे भी हिंदू हैं, जो गोमांस खाते हैं। उन्होंने आगे बताया था कि कहां लिखा है गोमांस ना खाया जाए तथा ज्यादातर हिंदू गोहत्या के खिलाफ हैं।' सावरकर ने अपनी पुस्तक में लिखा है कि सनातन धर्म का हिंदुत्व के साथ कोई संबंध नहीं है। उन्होंने ये भी लिखा है कि गाय ऐसा पशु है जो खुद के मल में लोट लेती है, वो कहां से हमारी माता हो सकती है, उसके गोमांस खाने में कोई खराबी नहीं है। क्रिकेट को अलविदा कह भज्जी बोले- 'दूसरा चैप्टर शुरू हो रहा है..', क्या कांग्रेस का दामन थामेंगे ? 'समाजवादी इत्र' से फैली भ्रष्टाचार की बू, IT के छापे में मिले 150 करोड़ कैश.. अखिलेश ने किया था लॉन्च हरीश रावत ने पहले भी कहा था- चुनाव नहीं लडूंगा, लेकिन फिर लड़े: हरक सिंह रावत