अयोध्या: अयोध्या में श्रीराम मंदिर को लेकर शनिवार को बड़ा फैसला लिया गया है. इसके अनुसार, रामलला को 24 मार्च को नए अस्थायी मंदिर में शिफ्ट किया जाएगा. भव्य मंदिर का निर्माण किए जाने के बाद उनको वापस अपने स्थान पर विराजमान कर दिया जाएगा. ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने इस संबंध में कहा है कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की दूसरी मीटिंग 4 अप्रैल को अयोध्या में आयोजित की जाएगी. उन्होंने कहा कि राम नवमी के फ़ौरन बाद ट्रस्ट की मीटिंग आयोजित की जाएगी. 24 मार्च को रामलला नए अस्थायी मंदिर में शिफ्ट किए जाएंगे. चैत्र राम नवमी के पहले दिन 25 मार्च से राम भक्त रामलला के नए मंदिर में दर्शन कर पाएंगे. वहीं, महाराष्ट्र में गठबंधन सरकार के सौ दिन पूरे होने पर राज्य के सीएम उद्धव ठाकरे शनिवार को अयोध्या पहुंचे. रामलला के दरबार में माथा टेकने के बाद वह पहले से निर्धारित सरयू आरती नहीं कर पाए. ना ही वे किसी किस्म की जनसभा में शामिल हो सके. उद्धव ठाकरे ने भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए एक करोड़ रुपये देने का वादा भी किया. कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को लेकर उद्धव ठाकरे के ये दोनों कार्यक्रम निरस्त कर दिए गए. शिवसेना प्रवक्ता और सांसद संजय राउत, सीएम ठाकरे के आगमन कार्यक्रम को लेकर पहले से अयोध्या में हैं. पीएम नरेंद्र मोदी के आह्वान के बाद भीड़भाड़ वाले कार्यक्रमों को निरस्त किया गया है. उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी भीड़-भाड़ वाले कार्यक्रमों से बचने का आग्रह किया था. सोने-चांदी की कीमतों ने फिर छुआ आसमान, जानिए क्या हैं आज के दाम Vodafone के CEO निक रीड ने वित्त मंत्री से की मुलाकात Coronavirus का वार: कच्चा तेल हुआ सस्ता, रुपये में आयी गिरावट