मुस्लिम संप्रदाय के सबसे पवित्र महीने रमजान की शुरुआत होने वाली है. मुस्लिम धर्मावलम्बियों के अनुसार यदि बुधवार यानि आज रमजान का चाँद दिखाई देता है तो गुरुवार से पहला रोजा शुरू होने के कयास लगाए जा रहे है और अगर गुरुवार को चांद नजर आया तो रमजान का पहला रोजा 18 मई से शुरू होगा. वैसे तो मुस्लिम समाज़ में अभी से रमजान की तैयारियां शुरू हो गई है पर इसका आगाज़ चाँद के दीदार के साथ ही किया जाएगा. ऐसी मान्यता है कि रमजान में रोज़े रखने से अल्लाह का रहम बरसता है और वो अपने सभी बन्दों कि साडी परेशानियों का खत्म कर उन पर अपनी नेमत बख्शता है. इस्लाम शर्म में ऐसा कहा जाता है कि इस महीने में रोज़े के द्वारा अल्लाह कि नेमतों के लिए उनका शुक्र अदा किया जाता है. इसलिए इस महीने को नेकियों और इबादतों का महीना कहा जाता है. पिछले साल की तरह ही इस बार भी रमजान का पहला रोजा लगभग 15 घंटा 11 मिनट का तथा अंतिम रोजा 15 घंटा 35 मिनट का होने का बताया गया है.वैसे तो बाज़ारों में अभी से ही सहरी और इफ्तार की खरीददारी की चहल पहल देखी जा सकती है. इस बार पहले रोज़े की शुरुआत सुबह 3:33 बजे सहरी से होगी और शाम 6:44 बजे रोज़े का इफ्तार किया जाएगा. इसके अलावा इस बार का आखिरी रोज़े की सहरी सुबह 3:22 बजे और इफ्तार शाम 6:57 बजे होगा. मंगलवार का यह उपाय निजात दिलाता है पैसों की तंगी से जानिए क्यों फेंगशुई में लॉफिंग बुद्धा को माना जाता है शुभ जानिए हाथ की लकीरों से Y बनाने का महत्व शनि जयंती 2018 - इस उपाय से प्राप्त होता है सौभाग्य शास्त्रानुसार इस ग्रह के कारण होता है शादी में विलम्ब