मुझसे मत कर यार कुछ गुफ्तार, मै रोज़े से हूँ हो न जाए तुझ से भी तकरार, मै रोज़े से हूँ हर किसी से कर्ब का इजहार, मै रोज़े से हूँ दो किसी अखबार को ये तार, मै रोज़े से हूँ मेरा रोज़ा एक बड़ा अहसान है लोगो के सर मुझको डालो मोतियों के हार, मै रोज़े से हूँ मैंने हर फाइल की दुमची पर यह मिसरा लिख दिया काम हो सकता नहीं सरकार, मै रोज़े से हूँ ऐ मेरी बीवी मेरे रस्ते से कुछ कतरा के चल ऐ मेरे बच्चो ज़रा होशियार, मै रोज़े से हूँ शमा को बहर-ए-जियारत आ तो सकता हूँ मगर नोट कर ले दोस्त रिश्तेदार, मै रोज़े से हूँ तू ये कहता है लहन-तर हो कोई ताजा ग़ज़ल मै ये कहता हूँ कि बरखुरदार मै रोज़े से हूँ. जब पोर्न वीडियो में अपनी पत्नी को देख उड़ गए युवक के होश पढ़िए पप्पू हटीले के जोक्स हुस्न की अदाएगी और सुंदरता को बयान करती शायरियां