नई दिल्ली. देश में जब भी किसी महिला की हिम्मत और हुनर की बात होती है तो रानी लक्ष्मी बाई का जिक्र अवस्य होता ही है. आज इस महान योद्धा रानी लक्ष्मी बाई की जयंती है. उनका जन्म आज ही के दिन सन 1828 में वाराणसी में हुआ था. रानी लक्ष्मीबाई को भारत के स्वतंत्रता संग्राम की पहली वीरांगना भी कहा जाता है. एचएस फूलका ने कहा- 'अमृतसर ब्लास्ट में हो सकता है आर्मी चीफ का हाथ' वीरांगना रानी लक्ष्मी बाई की हिम्मत और हौसले का जिक्र देश के कई लेखकों ने कई रचनाओं में किया है और इनमे से सबसे ज्यादा लोकप्रिय रचना कवियत्री सुभद्रा कुमारी चौहान द्वारा लिखी गई रचना 'खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी' है. हम सभी ने कभी न कभी इस कविता को पढ़ा या सुना है. आपको बता दें कि रानी लक्ष्मी बाई बचपन से ही प्रतिभा की धनी थीं और उन्होंने बहुत छोटी उम्र में ही तलवार बाजी करना भी सिख लिया था. अमृतसर ग्रेनेड हमला : निरंकारी भवन पर हुए हमले में मुख्‍य उपदेशक की मौत रानी लक्ष्मीबाई अंग्रेजों के खिलाफ आजादी का बिगुल फुकने वाली संभवतः पहली वीरांगना थी. इसी वजह से उन्हें भारतीय स्वंतत्रता संग्राम की पहली वीरांगना भी कहा जाता है. आज रानी लक्ष्मीबाई के जन्मदिन के इस अवसर पर देश भर में उनके सम्मान में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे और इनमे से सबसे भव्य कार्यक्रम बनारस और काशी के माने जाते है. यह भी पढ़े पाकिस्तान पर फिर भड़के ट्रम्प, बताया इस वजह से रोकी अरबों की सहायता रोकी इस दूकान की सुरक्षा के लिए रखा ऐसा चौकीदार जिसे देखकर आपकी भी चीख निकल जाएगी बिग बॉस की एक्स कंटेस्टेंट ने करवाया मैगजीन के लिए बोल्ड फोटोशूट कृतिका कामरा के साथ वक्त बिता रहीं हैं क्रिस्टल डिसूजा