बॉलीवुड अभिनेत्री रानी मुखर्जी की फिल्म 'हिचकी' 19 जुलाई से इटली में होने जा रहे 49वें गिफोनी फिल्म फेस्टिवल में दिखाई जानी है और इस प्रेरणादायक फिल्म में रूढ़िवादिता के खिलाफ एक प्रगतिशील संदेश देने का प्रयत्न जोर-शोर से किया गया है. इस फिल्म में रानी एक स्कूल शिक्षिका की भूमिका में है जो आर्थिक रूप से पिछड़े तबके से आने वाले छात्रों के जीवन को बदलती हैं, वहीं वह खुद टूरेट सिंड्रोम से पीड़ित हैं जिसमें व्यक्ति के कुछ शारीरिक हाव-भाव सामान्य लोगों से कुछ अलग ही नजर आते हैं. 'हिचकी' के निर्माता मनीष शर्मा द्वारा हाल ही में एक बयान में कहा गया है कि, "हिचकी एक क्लासिक अंडरडॉग कहानी है, जो दुनिया भर के दर्शकों के साथ जुड़ाव रखती है और इसमें एक सार्वभौमिक कहानी है जो प्रेरणादायक होने के साथ-साथ दिल को भी छू जाती है." यशराज फिल्म्स के बैनर तले बनी इस फिल्म के निर्देशक पी. मल्होत्रा तथा निर्माता मनीष शर्मा हैं. वहीं फिल्म में यह बताया गया है कि कमियों को अवसरों में बदलने और चुनौतियों का डटकर सामना करने से अंत में सफलता ही मिलती है. आपको जानकारी के लिए बता दें कि रानी मुखर्जी को 'हिचकी' में उनके किरदार के लिए 'इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न' (आईएफएफएम) में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार भी मिला है. परिवार संग रणबीर ने लिया लंच का मजा, देखें फोटो शाहरुख़ की बेटी पर बॉलीवुड ने बरसाया प्यार, मिला यह ख़ास सम्मान अमेरिका में पोल पकड़कर मलाइका ने किया ऐसा काम, अर्जुन ने मांग ली... शादीशुदा होने की खबरों पर इस एक्ट्रेस ने तोड़ी चुप्पी, कहा- 'मैं सिंगल हूँ...'