पत्रकारों से बातचीत में झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री ने झारखण्ड के मौजूदा हालात पर चिंता ज़ाहिर की है, गोड्डा के बोआरिजोर डबल मर्डर मामले में जब उनसे सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि गोड्डा की बात तो छोड़ दीजिये, झारखण्ड की राजधानी रांची में बेटियां सुरक्षित नहीं है, कभी भी दुष्कर्म करके बेटियों को मार दिया जाता है, और पुलिस इन सब मामलों में कुछ नहीं कर पाती सिवाय हाथ पे हाथ धरे बैठी रहती है. कुछ दिन पहले गोड्डा के बोआरिजोर प्रखंड में घर की छत पर लड़का-लड़की की लाश मिली थी. पुलिस ने मौका-ए-वारदात से एक कट्टा बरामद किया था. लेकिन इस मामले में अब तक पुलिस ये नहीं पता लगा पाई है कि ये मर्डर है या प्यार में खुदकुशी. डबल मर्डर करे इस मामले में पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं, साथ ही सरकार भी कार्यवाही करने में असफल रही है. जिले के एसपी राजीव रंजन सिंह का कहना है कि पुलिस फिंगर प्रिंट और फॉरेंसिक जांच की रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. जिसके बाद पूरे मामले में सच्चाई सामने आ जाएगी.घटना वाले दिन एसपी खुद घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की छानबीन की थी. मृत आदिवासी लड़की गांव में दादा-दादी के साथ रहती थी, जबकि लड़का पड़ोस का था. दोनों की लाश लड़की के घर के छत पर खून से लथपथ मिली थी. CHOGM समिट में पहुंचे पीएम मोदी पंजाब में मंत्रिमंडल का विस्तार फिर टला गजेंद्र सिंह शेखावत बनेंगे राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष स्वाति मालीवाल का अनशन जारी