नई दिल्ली : पंजाब में कांग्रेस के होर्डिंग्स और अख़बारों में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की तस्वीर का मामला चाटुकारिता की मिसाल है. बरसों सत्ता में रही कांग्रेस को पता है कि देश के राष्ट्रपति का पद दलगत राजनीति से ऊपर रहकर निरपेक्ष होता है . इसके बावजूद राष्ट्रपति की तस्वीर लगाईं .इस आपत्तिजनक मामले में स्वयं राष्ट्रपति भवन ने मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी को पत्र लिखकर आपत्ति जताई. इसमें राष्ट्रपति कार्यालय की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए जरूरी कदम उठाने को कहा गया है. मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की सचिव ओमिता पॉल ने कुछ राष्ट्रीय अखबारों में छपे कांग्रेस के पोस्टर्स में प्रणब मुखर्जी की फोटो की बात पर जैदी को खत लिखा. जिसमें कहा गया कि राष्ट्रपति का पद दलगत राजनीति से ऊपर है, लिहाजा उनकी तस्वीर या उनसे जुड़ी किसी भी चीज का इस्तेमाल राजनीतिक मकसद के लिए नहीं किया जा सकता और न ही किया जाना चाहिए. कांग्रेस के पोस्टरों पर प्रणब की तस्वीर चुनाव आयोग की जांच के दायरे में आती है.इसलिए सभी राजनीतिक दलों को माइलेज हासिल के लिए राष्ट्रपति को किसी भी पार्टी के साथ जोड़ने से बचना चाहिए. बता दें कि राष्ट्रपति की सचिव ने चुनाव आयोग से आग्रह किया है कि इस मामले में उचित कदम उठाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि राष्ट्रपति कार्यालय की निष्पक्षता बरकरार रहे.हालाँकि राजनीतिक पार्टी के अन्य नेताओं के साथ होर्डिग पर राष्ट्रपति की तस्वीर के मामले में लुधियाना के डिप्टी कमिश्नर और जिला निर्वाचन अधिकारी नियम उल्लंघन की जांच कर रहे हैं. बादलों ने पंजाब को बना दिया भिखारी केजरीवाल का दावा जब्त होगी कैप्टन की जमानत