लखनऊ: चीन में कोरोना वायरस का प्रकोप राजधानी में जमाखोरों के लिए कमाई का बहाना बनता जा रहा है. वहीं ये आवक घटने का हवाला देकर चीनी वस्तुओं की कीमतेें बढ़ाने लगे हैं. वहीं खासकर इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं के दाम मेेें 10 से 12 फीसदी तक बढ़ोतरी कर दी है. जंहा नाका में इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं के कारोबारियों ने बताया कि कोरोना वायरस के बहाने चीनी एलईडी की कीमत 600 से 1000 रुपये और स्पीकर की 100 से 300 रुपये बढ़ गई है. मिली जानकारी के अनुसार मसलन 32 इंच का जो एलईडी अब तक 5700 से 5800 रुपये का बेचते थे, उसे 6400 से 6500 रुपये में बेच रहे हैं. इसी प्रकार 40 इंच का जो स्मार्ट एलईडी 12,200 से 12,300 रुपये का था, उसकी कीमत 13,200 से 13,300 रुपये हो गई. वहीं आर्यानगर के मोबाइल व्यापारी करन ने बताया कि मोबाइल एसेसरीज के दाम 10 से 20 फीसदी तक बढ़ गए हैं. जंहा ब्लूटूथ स्पीकर का अभाव हो गया है. जिन दुकानदारों के पास ये स्पीकर हैं वह 100 से 300 रुपये दाम बढ़ाकर बेच रहे हैं. वहीं यह भी कहा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश व्यापारी समन्वय समिति के संयोजक पवन मनोचा ने कहा, दिल्ली के थोक कारोबारियाें से चीनी वस्तुओं की सप्लाई होती है. जंहा बढ़ी कीमत वहीं से आ रही है.वायरस के खौफ की मार प्रदूषण से बचाने वाले मास्क पर भी पड़ी है. एक व्यापारी ने बताया कि ये मास्क थोक में 40 पैसा प्रति खरीद पड़ता था. वहीं वर्तमान में इसकी कीमत बढ़कर छह रुपये तक हो चुकी है. वहीं राजधानी में जिनके पास इस मास्क का स्टाक है, वह इसे मनमाने दाम पर बेच रहा है. लेकिन कपड़े पर मार्च से दिखेगा असर: कपड़ा व्यापारी अशोक मोतियानी ने बताया कि 30 से 35 फीसदी व्यापारी चीनी कपड़ा बेचते हैं. जनवरी में सालाना अवकाश से उत्पादन ठप रहा. वर्तमान में कपड़े का कोई संकट नहीं, पर मार्च से असर दिखने लगेगा. दुल्हन ने स्टेज पर ही तोड़ डाली वरमाला, बोली- नहीं करुँगी शादी क्योंकि लड़का... प्रयागराज: घर से बरामद हुए परिवार के चार सदस्यों के शव, मचा हड़कंप बड़ा खुलासा: राज्यों को सीधे बिजली बेचकर, हिमाचल कामना चाहता है मुनाफा