रतलाम: पश्चिमी रेलवे के अंतर्गत रतलाम रेल मंडल में मंगल महुडी के पास मालगाड़ी के 16 डिब्बे अप तथा डाउन लाइन पर गए हुए थे, और ऐसा होने के चलते मुंबई -दिल्ली रेल मार्ग बंद हो गया था। इस दौरान अनेकों ट्रेनों को रद्द किया गया और इसी के साथ ट्रेनों को डायवर्ट रूट से चलाना सही समझा गया। वहीं दूसरी तरफ इस दुर्घटना की सूचना मिलते ही मंडल रेल प्रबंधक विनीत गुप्ता तथा रेल अधिकारियों का अमला मौके पर पहुंचा। इसी के साथ इस दौरान राहत कार्य युद्ध स्तर पर शुरू करवाया गया। बताया जा रहा है इस दौरान बड़ोदरा रेल मंडल से भी सहायता प्राप्त हुई थी। ऐसे में अंत में आज सुबह नजारा अच्छा रहा क्योंकि रेलवे ने मरम्मत का काफी कार्य कर लिया तथा एक रेल ट्रैक शुरू कर दिया है। आपको बता दें कि बड़ोदरा से पहली ट्रेन रतलाम की ओर आ रही है और पश्चिमी रेलवे के महाप्रबंधक और मंडल रेल प्रबंधक सहित आला अधिकारी दुर्घटना स्थल पर पहुंचे थे। वहीं रेलवे प्रशासन ने दुर्घटना के कारणों की जांच के आदेश दे दिए हैं। आप सभी को बता दें कि रतलाम रेल मंडल में बीते दो दिन के दौरान दूसरा बड़ा रेल हादसा रहा था। यहाँ पहले रतलाम रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म से इंदौर-उदयपुर एक्सप्रेस लुढ़की थी, जिसके दो डिब्बे बेपटरी हुए थे। वहीं इस हादसे की जांच शुरू हुई थी कि उसके बाद दिल्ली-मुंबई लाइन पर एक और बड़ा हादसा हो गया। वहीं रेलवे के अनुसार रतलाम मंडल के मंगलमहूड़ी-लिमखेड़ा सेक्शन में आज मालगाड़ी कें 16 वेगन डीरेल हो जाने के कारण अप/डाऊन लाइन अवरुद्ध हो गया है। इस दौरान घटनास्थल पर मंडल रेल प्रबंधक विनीत गुप्ता अधिकारियों के साथ पहुंच गए हैं और रेल लाइन को पुन: चालु करने के लिए अधिकारियों एवं कर्मचारियों क्रेन व अन्य उपकरणों के माध्यम से युद्ध स्तर पर कार्य प्रगति पर शुरू किया था जो अब काफी हद तक पूरा होने वाला है। 46 वर्षों में पृथ्वी का हाल हुआ बेहाल, NASA ने निकाला गर्मी का नक्शा NEET परीक्षा देने गई छात्राओं से उतरवाए अंडरगारमेंट्स, अब दर्ज हुई FIR यूरोपीय संघ यूक्रेन के लिए सैन्य सहायता में 500 मिलियन यूरो पर सहमत