बॉलीवुड फिल्मों की जानी मानी मशहूर अभिनेत्री रत्ना पाठक ने अपने करियर में कई तरह के किरदार निभाए हैं, जिनकी हर कोई सराहना करता है। उन्होंने टीवी एवं फिल्मों दोनों में काम किया है। स्क्रीन पर ही नहीं, रत्ना पाठक रियल लाइफ में भी खुलकर अपनी बात रखने के लिए जानी जाती हैं। एक पुराने इंटरव्यू में, रत्ना पाठक ने मॉडर्न महिलाओं के रोल को रिजेक्ट करने के पीछे का कारण बताया था। इस इंटरव्यू के चलते उन्होंने फेमिनिज़्म के बारे में भी चर्चा की थी। इंटरव्यू में रत्ना पाठक ने कहा, "आजकल, आधुनिक महिलाओं के बारे में सोच यही हो गई है कि वे शराब और सिगरेट पीती हैं। मुझे कई स्क्रिप्ट्स इसलिए रिजेक्ट करनी पड़ीं क्योंकि इनमें मॉडर्न आंटी, मॉडर्न मम्मी, या मॉडर्न दादी/नानी को ऐसा दिखाया गया था जो बैठकर सिगरेट पीती है। मॉडर्निटी आपके दिमाग में होती है, आप लोगों के साथ कैसा व्यवहार करते हैं, यही असली मॉडर्निटी है। यह केवल आपके बात करने के तरीके पर निर्भर नहीं है।" इसके अतिरिक्त, फेमिनिज़्म के बारे में पूछे जाने पर रत्ना पाठक ने कहा, "फेमिनिज़्म मुझसे अलग नहीं है। मैं अपने विचारों को मजबूती से रखती हूं, और यही मैं हूं। मुझे एहसास हुआ कि मुझे इसकी आवश्यकता है।" बता दें कि रत्ना पाठक ने अपने करियर की शुरुआत फिल्म "मंदी" से की थी। उन्हें कॉमेडी शो "साराभाई वरसेस साराभाई" के लिए भी जाना जाता है। रत्ना पाठक ने "जाने तू या जाने न," "खूबसूरत" जैसी फिल्मों में मां के किरदार के लिए प्रशंसा प्राप्त की है। वही बात यदि उनकी पर्सनल लाइफ की करें तो उन्होंने बॉलीवुड अभिनेता नसीरुद्दीन शाह से शादी की है। 'मेरे लिए ये मेंटल बर्डन हो गया', हनी सिंह संग दुश्मनी को लेकर बोले बादशाह ब्रेकअप के बाद इस अदाकारा ने जलाई बॉयफ्रेंड की फोटो! बोली- 'फ्लश नहीं किया क्योंकि...' T-Series ने हारी कानूनी जंग, छीन गया आश‍िकी टाइटल