टीवी शो के जाने माने एक्टर रवि दुबे को आज के समय में ऐसा कोई भी नहीं है जो जनता न हो वह हमेशा ही किसी न किसी बात के चले चर्चाओं में बने रहते है. हमेशा की तरह इस बार भी एक्टर रवि दुबे का कहना है कि अगर यहां कोई चूहे-बिल्ली का खेल न होता तो हर कोई आजाद होता, कलाकार खुले मन से उस वस्तु को कर पाते जिन पर उन्हें भरोसा है. एक्टर ने हाल ही में आंकड़े नामक एक कविता लिखी थी. इस विषय पर कविता लिखने का विचार उन्हें कहां से मिला? इस पर रवि ने मीडिया को बताया, बीते कुछ माह से हम सभी कई तरह के अनुभवों में से होकर गुजर रहे हैं जिसने हमें भावनात्मक रुप से बहुत ही प्रभावित किया है. जिसने हमारी ओर इशारा किया और हम सभी अपने भीतर झांकने लगे, खासकर एक्टर्स और एक्ट्रेस हम सभी खुद से ये प्रश्न पूछने लगे कि क्या हम सही रास्ते पर हैं? क्या हम सच में अपने कार्य या अपनी कला से ठीक उसी तरह से जुड़े हैं जैसे कि इंडस्ट्री में आने के उपरांत हम अपने पहले दिन इससे जुड़े हुए थे? या हम भी नंबर गेम में उलझे हुए हैं? जंहा इस बारें में उन्होंने आगे कहा, मैं व्यक्तिगत तौर पर इस निष्कर्ष पर पहुंचा कि यह वही नंबर गेम है, वही चूहे-बिल्ली का गेम है. यदि कोई रेस नहीं होती, तो हर कोई कितना आजाद होता और अपने पसंदीदा कार्य को कर पाता. जन्मदिन के मौके पर चार माह बाद भारत वापसी करेंगी एक्ट्रेस माहिका कभी एकता कपूर की माँ के कपड़े पहना करती थी उर्वशी ट्रोलिंग के बाद फूटा निति टेलर का गुस्सा, कहा- मेरे फेक आपत्तिजनक फोटोज हुए लीक