नई दिल्ली: लोकसभा में तीन तलाक बिल को पेश किया गया। मोदी सरकार 2.0 में कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस बिल को सदन के समक्ष पेश किया। इससे पहले संसद के दोनों सदनों में बिहार में चमकी बुखार से हो रही बच्चों की मौत का मुद्दा भी उठाया गया। लोकसभा में कांग्रेस पार्टी से सासंद अधीर रंजन चौधरी ने बच्चों की मौत का मुद्दा उठाया जिसके जवाब में स्मृति इरानी ने कहा कि मां हूं इसलिए समझती हूं कि बच्चों की मौत कितनी दुखद है। वहीं तीन तलाक़ बिल को पेश करते हुए केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि 'इस कानून से मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की रक्षा होगी।' इस बिल का विरोध करते हुए तिरुअनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि किसी एक समुदाय को निशाना बनाने के बजाय ऐसा कॉमन लॉ बनाया जाए जिसमें ऐसा करने वाले सभी लोग इसके दायरे में आ सके। वहीं AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने तीन तलाक बिल का विरोध किया और कहा कि यह आर्टिकल 14 और 15 का उल्लंघन है। ओवैसी ने आगे कहा कि आपको मुस्लिम महिलाओं से इतनी मोहब्बत है तो केरल की महिलाओं से मोहब्बत क्यों नहीं है? आखिर सबरीमाला मंदिर को लेकर आपका स्टैंड क्या है? वहीं केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने तीन तलाक बिल का विरोध करने वालों से कहा कि देश की जनता ने हमें कानून बनाने के लिए चुना है। कृपया आप सदन को अदालत न बनाएं। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस: 87 वर्ष के देवगौड़ा ने किए ऐसे-ऐसे योगासन, देख कर अचंभित रह गए लोग मुसलमानों के भी पूर्वज थे श्री राम, अयोध्या में जरूर बनेगा मंदिर - बाबा रामदेव FATF से पाकिस्तान को राहत, तीन देश बने तारणहार