रायपुर : भारतीय रिजर्व बैंक ने राजनादगांव की जिला सहकारी बैंक पर एक करोड़ रूपये का जुर्माना लगाने की कार्रवाई को अंजाम दिया है। जानकारी मिली है कि बैंक में न केवल कालाधन जमा किया था वहीं आरबीआई को यह सूचना मिली थी कि बैंक द्वारा इंक्रीमेटल एसएलआर बनाये रखने में भारी चूक की गई है। इसके बाद कार्रवाई करते हुये आरबीआई ने बैंक को एक करोड रूपये बतौर जुर्माना लगाने का नोटिस भेजा है। हालांकि बैंक को जुर्माने की यह राशि 30 दिनों के भीतर जमा कराने के लिये कहा गया है। गौरतलब है कि मोदी सरकार की नोटबंदी के बाद से ही यह जानकारी सामने आ रही थी कि सहकारी बैंकों द्वारा न केवल चलन से बंद हुये पांच सौ और एक हजार रूपये के नोट बदले गये है वहीं कालाधन भी इन बैंकों में जमा किया गया है। इसके बाद आरबीआई ने सख्ती दिखाते हुये जांच कार्य को अंजाम दिया। बताया गया है कि सहकारी बैंकों की गड़बड़ियां आरबीआई के सामने लगातार आ रही है। जानकारी मिली है कि आरबीआई ने राजनादगांव की जिला सहकारी बैंक को दस दिन पहले भी नोटिस जारी कर यह कहा था कि उसके यहां अपेक्षित तरल अनुपात बनाये रखने में चूक हुई है। चूक की वजह से ही आरबीआई ने बैंक से यह दंडात्मक राशि वसूल करने का ऐलान किया है। सातारा में सहकारी बैंक पर IT डिपार्टमेंट ने कसा शिकंजा