नई दिल्ली : आरबीआई के गर्वनर उर्जित पटेल ने यह ऐलान किया है कि आरबीआई ने माॅनिटरी पाॅलिसी में ब्याज दरों में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है। गौरतलब है कि मोदी सरकार की नोटबंदी के बाद आरबीआई ने पहली माॅनिटरी पाॅलिसी को पेश किया है। बुधवार को पाॅलिसी पेश करते हुये आरबीआई गर्वनर उर्जित पटेल ने बताया कि आरबीआई ने रेपो रेट और सीआरआर को पुराने लेवल पर ही कायम रखा है। इधर देश के आर्थिक जगत में यह उम्मीद थी कि नोटबंदी के बाद ब्याज दरों में बदलाव आयेगा, लेकिन आरबीआई गर्वनर पटेल ने इस उम्मीद को सिरे से खत्म कर दिया है। बताया गया है कि रेपोरेट जहां 6.25 प्रतिशत बना रहेगी वहीं सीआरआर को भी 4 प्रतिशत पर ही बरकार रखने का निर्णय लिया गया है। हालांकि आरबीआई ने अपनी पाॅलिसी में इकाॅनामी की ग्रोथ रेट का अनुमान जरूर घटा दिया है। इधर आर्थिक विशेषज्ञों का यह मानना है कि भले ही मोदी सरकार ने नोटबंदी कर कालेधन को खत्म करने का संकल्प लिया हो लेकिन आरबीआई ने नोटबंदी का असर इकाॅनमी पर नकारात्मक तौर पर ही देखा है। पाॅलिसी पेश करते हुये उर्जित पटेल ने बेंकों के लिये सौ प्रतिशत इन्क्रीमेंटल सीआरआर की लिमिट को भी हटाने की घोषणा की है। कम ब्याज दरों से विश्व अर्थव्यवस्था को हो सकता है भारी नुकसान: रघुराम राजन