नई दिल्लीः बाजार में मांग पैदा करने के लिए रिजर्व बैंक आने वाले कुछ समय में फिर से ब्याज दर में कटौती कर सकता है। केंद्रीय बैंक दिसंबर में रेपो रेट में चौथाई फीसद (0.25) की कमी कर सकता है। ब्रोकरेज कंपनियों ने ऐसी उम्मीद जताई है। इसके बाद कटौती का सिलसिला बंद हो सकता है। रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने शुक्रवार को रेपो रेट में 0.25 फीसद की कमी कर इसे 5.15 फीसद कर दिया है। गोल्डमैन सैश ने एक रिपोर्ट में कहा है कि इस बात की उम्मीद काफी ज्यादा है कि आरबीआई दिसंबर की मौद्रिक समीक्षा में रेपो रेट को चौथाई फीसद कम करके इसे 4.90 फीसद पर लाएगी। रिपोर्ट के अनुसार, यह अक्टूबर में अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की ओर से रेट में अतिरिक्त कटौती के हमारे अनुमान से मेल खाता है। रिपोर्ट के मुताबिक, दिसंबर के बाद केंद्रीय बैंक नीतिगत दर में कटौती के सिलसिले को थाम सकता है, क्योंकि महंगाई चार फीसद के करीब रहेगी, फिर रेट कट में और कटौती नहीं हो पाएगी। उसके बाद मौद्रिक नीति समिति यह देखेगी कि रेट कटौती का कितना असर रहा है। इसके अलावा मौद्रिक रुख में नरमी का क्या असर हुआ है। साथ ही सरकार की घोषणाएं कितनी असरदार हो पाई हैं। मालूम हो कि रिजर्व बैंक द्वारा शुक्रवार को रेट कटौती के बाद अब तक इस साल में 135 बेसिस पॉइंट की कटौती हो चुकी है। आईडीएफसी म्युचुअल फंड ने कहा कि वैश्विक विकास मंदी जारी है और हाल ही में कच्चे तेल की आपूर्ति में उम्मीद से अधिक तेजी देखी गई है। त्योहारी सीजन में सस्ता हुआ सोना, चांदी में भी देखी गई गिरावट इस पूर्व दिग्गज क्रिकेटर ने कहा, खेल अब धंधा बन गया है कर्ज के आकंठ में डूबा है पाकिस्तान, आंकड़े कर देगी आपको हैरान