मुंबई : संसद की वित्त विषयक समिति को जवाब देते हुये आरबीआई ने यह स्पष्ट कर दिया है कि नोटबंदी का फैसला केन्द्र की मोदी सरकार का था। इस फैसले में आरबीआई की कोई भूमिका नहीं रही है। गौरतलब है कि समिति ने आरबीआई से नोटबंदी को लेकर जवाब मांगा था। बैंक की तरफ से जवाब पेश कर दिया गया है। हालांकि आरबीआई ने यह जरूर कहा है कि नोटबंदी को लेकर 7 नवंबर के दिन जरूर सूचना मिली थी और अगले ही दिन सरकार ने नोटबंदी का फैसला लागू करने का ऐलान किया था। गौरतलब है कि यह बात सामने आ रही थी कि नोटबंदी फैसले में आरबीआई की भी भूमिका है, लेकिन अब इस मामले को पूरी तरह से स्पष्ट कर दिया गया है। जवाब देते हुये कहा गया है कि सरकार ने सूचना देते हुये यह कहा था कि कालाधन और आतंकवाद को रोकने के लिये पांच सौ और एक हजार रूपये के नोटों का चलन बंद किया जा रहा है। वैसे आरबीआई के इस स्पष्टीकरण के बाद अभी मोदी सरकार की तरफ से कोई बयान जारी नहीं हुआ है। बैंको में चल रहा है फेक करेंसी का धंधा RBI ने बैंक मैनेजरों के खिलाफ की कार्यवाही नोटबंदी पर मुंह खुला तो चली जाएगी जान!