RDA जनवरी 2017 के आसपास भारत में अपने कार्यालय खोल सकतीं हैं

बीमा क्षेत्र के नियामक इरडा ने उम्मीद जताई है कि पुनर्बीमा क्षेत्र की कुछ कंपनियां भारत में अगले साल जनवरी के आसपास अपने कार्यालय खोल सकतीं हैं। नियामक ने यह भी संकेत दिया कि उसकी अक्टूबर में होने वाले निदेशक मंडल की बैठक में दूसरे चरण के लाईसेंस (आर-2) देने पर फैसला हो सकता है।

देश में फिलहाल सार्वजनिक क्षेत्र की जीआईसी-रि ही एकमात्र पुनर्बीमा कंपनी है जो कि कार्यरत है। विश्व स्तर की जिन पुनर्बीमा कंपनियों ने इरडई के पास लाइसेंस के लिए आवेदन किया है उनमें म्यूनिख-रि, स्विस-रि, स्कोर, हैनोवर रि, एक्स एल कैटलिन और आरजीए प्रमुख हैं।

भारतीय बीमा नियमन एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) के चेयरमैन टी.एस. विजयन ने यहां उद्योग संगठन एसोचैम के एक कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘नए बीमा कानून में विदेशी पुनर्बीमा कंपनियों को भारत में अपनी शाखायें खोलने की अनुमति दी गई है।

कई लोगों ने हमसे संपर्क किया है।’ विजयन ने कहा, ‘पांच से छह लोगों ने लाइसेंस के लिये हमसे संपर्क किया है और मेरा मानना है कि अगले साल जनवरी तक इनमें से कुछ यहां अपना दफ्तर खाल लेंगे। हम अपनी बोर्ड की बैठक में इस बारे में निर्णय लेंगे। मेरा मानना है कि इरडई की अगली बोर्ड की बैठक में आर-2 लाइसेंस देने के बारे में निर्णय लिया जा सकता है।

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