आज पीएम नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया. जिसमें उन्होने देश और दुनिया में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बारें में बात की है. बता दें कि देश में इस वायरस की चपेट में आने वालों का आंकड़ा अब 195 तक जा पहुंचा है.पूरे देश में इसकी वजह से 4 मौत अब तक हो चुकी हैं. देश संकट के बड़े दौर से गुजर रहा है. प्राकृतिक संकट कुछ देशों और जगहों पर रहता है. लेकिन इस बार का संकट ने पूरी मानव जाति को खतरे में डाल दिया है. पहले और दूसरे विश्‍व युद्ध से ज्‍यादा लोग इस कोरोना वायरस से पीडि़त है. बीते दो माह से 130 करोड़ भारतीयों ने इसका डटकर मुकाबला किया है और बचाव का भरसक प्रयास किया है. ऐसा लग रहा है कि सब ठीक है. लेकिन ये सोच सही नहीं है. हर किसी का सजग रहना बेहद जरूरी है. आपसे जब भी जो मांगा वो आपने मुझे दिया है. इसकी बदौलत हमारे प्रयास भी सफल हुए हैं.आज भी आपसे कुछ मांगना है.आपसे आना वाला कुछ समय चाहिए. विज्ञान कोरोना महामारी से बचने के लिए कोई उपाय नहीं सुझा सका है न ही कोई दवा है. ऐसे में चिंता बढ़नी स्‍वाभाविक है. जहां इसका प्रभाव ज्‍यादा देखा गया है वहां पर एक बात ये भी सामने आइ्र है वहां पर शुरुआत में कमी के बाद अचानक कुछ समय बाद इससे संक्रमित मरीजों की संख्‍या तेजी से बढ़ी है. भारत सरकार इस पर नजर रखे हुए है. हालांकि कुछ ऐसे भ्‍ज्ञी देश हैं जिन्‍होंने जरूरी निर्णय भी किए हैं और अपने यहां के लोगों को अलग कर हालात को संभाला है. इसमें नागरिकों की भी अहम भूमिका रही है. आज इस्तीफे का ऐलान करेंगे कमलनाथ ! 12 बजे होगी प्रेस कांफ्रेंस निर्भया के दोषियों ने कानून से खिलवाड़ किया, सिस्टम सुधारने की जरुरत- सीएम केजरीवाल कोरोना संक्रमित मरीज के पेट का होता है ऐसा हाल