बीआर चोपड़ा (BR Chopra) के पौराणिक सीरियल ‘महाभारत’ (Mahabharat) में भीम (Bheem) का किरदार निभाने वाले प्रवीण कुमार सोबती (Praveen Kumar Sobti) ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। आप सभी को बता दें कि पंजाब से ताल्लुक रखने वाले प्रवीण कुमार सोबती का 74 साल की उम्र में निधन (Praveen Kumar Sobti Passed Away) हो गया है। जी दरअसल वह बीते काफी समय से बीमार चल रहे थे और आर्थिक तंगी से भी जूझ रहे थे। अब तक प्रवीण कुमार सोबती के निधन की असली वजह सामने नहीं आई है लेकिन कहा जा रहा है वह बीमारी के चलते चल बसे। आपको बता दें कि बॉलीवुड इंडस्ट्री में आने से पहले प्रवीण कुमार सोबती एक नामी खिलाड़ी हुआ करते थे, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय मोर्चे पर कई बार देश का प्रतिनिधित्व किया और भारत का नाम रोशन किया। ट्रैक और फील्ड स्पोर्ट्स में एक कामयाब करियर बनाने के बाद 70 के दशक के आखिर में उन्होंने शोबिज की दुनिया में कदम रखा था। जी हाँ और प्रवीण को अपना पहला फिल्मी किरदार निर्देशक रविकांत नागाइच ने दिया था, लेकिन फिल्म में उनका कोई डायलॉग नहीं था। वहीं इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में काम किया, जिनमें ‘रक्षा’, ‘शहंशाह’, ‘करिश्मा कुदरत का’, ‘युद्ध’, ‘इलाका’ और ‘मोहब्बत के दुश्मन’ जैसी फिल्में शामिल हैं। वहीं बड़े पर्दे के बाद 80s के आखिर में उन्हें वो किरदार मिला, जिसने उन्हें घर-घर में पहचान दिलाई। यह किरदार रहा ‘महाभारत’ के भीम का किरदार। आपको बता दें कि प्रवीण कुमार सोबती द्वारा निभाए गए उनके इस किरदार ने उन्हें अमर कर दिया। कहा जाता है, प्रवीण ने अपने इस किरदार को लेकर एक ऑनलाइन पोर्टल से बातचीत की थी और इस बातचीत के दौरान उन्होंने यह यह खुलासा किया था कि आखिर उन्हें भीम का रोल कैसे मिला? उन्होंने कहा था कि, 'एक दिन एक दोस्त ने उन्हें बुलाया और कहा कि बीआर चोपड़ा ‘महाभारत’ बना रहे हैं और भीम के किरदार के लिए वह किसी की तलाश में हैं। बीआर चोपड़ा एक ऐसे आदमी की तलाश कर रहे थे जिसको अभिनय का अनुभव हो और उसकी फिजीक अच्छी हो। प्रवीण के दोस्त ने उन्हें सुझाव दिया कि वे इस किरदार के लिए अप्लाई करें। इसके बाद प्रवीण ने बीआर चोपड़ा से मिलने के लिए अपॉइंटमेंट ली।' आगे प्रवीण ने बताया कि जैसे ही निर्देशक ने उन्हें देखा, उन्होंने तुरंत उन्हें साइन कर लिया। हालांकि, उन्होंने बाद में उनसे कहा कि उनकी फिजीक तो अच्छी है, लेकिन किरदार के लिए उनकी आवाज एक समस्या है। जी दरअसल, प्रवीण की आवाज थोड़ी पतली थी और निर्देशक को एक दमदार आवाज वाला भीम चाहिए था। वहीं इंटरव्यू में अपनी बात को आगे जारी रखते हुए प्रवीण कुमार सोबती ने यह भी बताया था कि 'रोल मिलने के बाद कुछ दिनों तक उन्होंने कुछ डायलॉग्स बोले, लेकिन कुछ दिन के बाद क्रू ने उनसे कहा कि वह उनके लिए डबिंग आर्टिस्ट ला रहे हैं। यह सुनने के बाद प्रवीण काफी गुस्से में आ गए थे। उन्होंने क्रू से कहा था कि वह कोई पुतले नहीं हैं और वह रोल नहीं करेंगे अगर वह खुद अपने डायलॉग नहीं बोलेंगे।' यह सब होने के बाद प्रवीण ने बीआर चोपड़ा से एक हफ्ते का समय लिया और उसके बाद उन्होंने महाभारत ग्रंथ पढ़ी। वह किताब से लाइंस को जोर-जोर से पढ़ते थे और जो कठिन शब्द होते थे उन्हें एक जगह लिख लेते और फिर उन्हें भी जोर-जोर से पढ़ते। करीब एक हफ्ते के बाद जब वह सेट पर लौटे तो अपनी डायलॉग डिलीवरी से उन्होंने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। महाभारत के मशहूर अभिनेता ने कहा दुनिया को अलविदा, इस चीज से थे परेशान 30 रुपए में जगजीत सिंह ने की थी शादी, शादी-पार्टी में गाते थे गाना आखिर क्यों लता मंगेशकर को अलविदा देने नहीं गए धर्मेंद्र, किया रुला देने वाला खुलासा