अगर कुंडली में गुरु दोष होता है तो यह अशुभ फल देने लगता है जिससे व्यक्ति आर्थिक, मानसिक, शारीरिक एवं पारिवारिक रूप से परेशान हो जाता है, तो आप गुरु भगवान के एक सरल मंत्र से जाप कर जल्द मनचाही नौकरी व जीवनसाथी की मुराद के साथ-साथ हर मनोकामना पूर्ण हो जाएगी. यदि आप गुरु के अनिष्टकारी प्रभाव से आप परेशान हैं तो बृहस्पति का मूल मंत्र और शांति पाठ आपके लिए कल्याणकारी हो सकता है. बृहस्पति को शान्त करने के लिए करे शांति पाठ गुरु ज्ञान, प्रतिभा, वैभव, लक्ष्मी और सम्मान के प्रदाता हैं. ग्रह रूप में इनकी प्रतिकूल दृष्टि होने पर मनुष्य धन-संपत्ति आदि से हीन होकर बहुत दुख भोगता है. इनकी आराधना एवं पूजा से सभी प्रकार का सुख एवं ऐश्वर्य प्राप्त होता है. इन मंत्रों का जाप कर पाए सुख-समृद्धि ऊं अस्य बृहस्पति नम: ऊं अनुष्टुप छन्दसे नम: ऊं सुराचार्यो देवतायै नम: ऊं बृं बीजाय नम: ऊं शक्तये नम: ऊं विनियोगाय नम: जानिए मत्स्य माता के मंदिर के बारे में ये है विष्णु पूजा में ध्यान देने वाली बाते जानिए क्या है हफ्ते के सातो दिन शिव पूजा का महत्व