भारत में बढ़ते प्रदुषण को देखते हुए कार कंपनियां पेट्रोल और डीजल की अपेक्षा इलेक्ट्रिक कार बनाने पर विशेष ध्यान दे रही हैं। भारत बाजार में अभी बहुत अधिक तो नहीं है लेकिन जिस तरह से बीते कुछ महीनों में इलेक्ट्रिक कार इंडस्ट्री में उछाल देखने को आया है, वह इस बात का इशारा करता है कि भारतीय इलेक्ट्रिक कार के लिए तैयार हो चुके हैं। भारत में 2020 तक एमिशन के मापदंड और सख्त हो जाएंगे, जिसके कारण पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृध्दि होना आम बात है। ऐसे में लोगों को विकल्प में इलेक्ट्रिक वाहन पर निर्भरता होना होगा। आपको बता दे कि इलेक्ट्रिक कारों में स्टाइल या आकर्षण की कमी है। टेस्ला ने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिहाज से अच्छे प्रॉडक्ट उतारे हैं। इलेक्ट्रानिक कार कंपनी भारत में जून तक दस्तक दे सकती है। कंपनी का दबाव भी इलेक्ट्रिक कार इंडस्ट्री को बढ़ावा देने में सहायक होगा। और इस पर महिंद्रा लगातार कोशिश कर रही है कि बिग बास्केट और ओला सरीखी कंपनियां अपने दस्ते में इलेक्ट्रिक वाहनों को शामिल करें और कम खर्च में बेहतर कमाई हो सके। स्पाइसजेट ने इंडिया से दुबई तक की फ्लाइट पर दे रही छूट क्या आप जानते है कि दुनिया की पहली कम्प्लीट रोबॉटिक हाइपरकार कौनसी है, जानिए